UP : विजयादशमी पर संतों की अदालत में दंडाधिकारी बने नजर आए CM योगी आदित्यनाथ
असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और अन्याय पर न्याय की विजय का महापर्व विजयदशमी पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है। बुराई पर अच्छाई की जीत का यह महापर्व गोरखपुर में अपनी एक अलग पहचान रखता है। यहां उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ विजयदशमी पर नाथ संप्रदाय की परंपरा का निर्वहन करते हैं। वे गोरखनाथ मंदिर में पहले दंडाधिकारी की भूमिका में नजर आते है।
इस दौरान वे संतों की आपसी समस्याओं का सुनवाई करते हुए विवादों का निपटारा करते है। योगीजी सिर पर नाथ संप्रदाय की टोपी और गले में माला धारण करते हुए रथ पर सवार होकर प्रभु श्रीराम का तिलक करने के लिए निकलते है। मुख्यमंत्री का यह रूप वर्ष में एक बार ही देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री की एक झलक पाने को लोग सड़कों और घरों की छत पर खड़े दिखाई देते हैं।
गोरखपुर में मंगलवार संध्या बेला में गोरक्षपीठाधीश्वर की पारंपरिक विजयदशमी शोभायात्रा उत्साह के साथ निकाली गई।
मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नाथपंथ की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष है। इसके चलते उनकी अगुवाई में निकलने वाली पारंपरिक शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया। हिन्दू धर्म के अनुयायियों के साथ अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने पुष्पगुच्छ देकर यात्रा का अभिनंदन किया।
विजयदशमी पर्व की इस शोभायात्रा में सड़क पर नाथपंथ के विशेष वाद्ययंत्र नागफनी, तुरही, नगाड़े, काशी से आए डमरू दल, ढोल- बैंडबाजे की मधुर धुन सुनाई पड़ रही थी। हनुमान दल के बालक अपने हैरतंगेज कारनामे दिखाकर दर्शकों को अपनी तरफ लुभाने का सफल प्रयास करते नजर आयें।
यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी फूलों से सजे एक विशेष रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर जाते हैं। पीठाधीश्वर योगी की एक झलक पाने के लिए सड़कों के दोनों तरफ लंबी कतारों में धर्मावलंबी नजर आते हैं और मशीनों से फूल बरसाते हैं।
महिला-पुरुष और बच्चे मकानों और दुकानों की छत पर खड़े होकर अपने मोबाइल में योगी आदित्यनाथ की अनोखी छवि को कैद करते दिखाई पड़े। यह यात्रा मानसरोवर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करके रामलीला मैदान में प्रभु श्रीराम का राजतिलक करते हुए कुछ समय बाद वापस गोरखनाथ मंदिर लौट आती है।
इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष सिक्योरिटी लगाई गई। यात्रा में बड़ी संख्या में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी शामिल। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के चाकचौबंद प्रबंध किए गए।