पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, कुचलने से नहीं हुई किसी भी किसान की मौत...
लखीमपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन के दौरान मंत्री के बेटे की कार की चपेट में आकर 4 किसानों की मौत हो गई थी। जिसके बाद भड़की हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ता, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के ड्राइवर और एक स्थानीय पत्रकार की मौत भी हुई थी। इन सबकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण घसीटने और लाठी-डंडों की पिटाई बताया गया है।
क्या है मौत का कारण : किसान गुरविंदर सिंह के शरीर पर चोट और घिसटने के निशान मिले हैं और धारदार या नुकीली चीज से गंभीर आई चोट के भी निशान हैं। इनकी मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया गया है। किसान नछत्तर सिंह की मौत का कारण शॉक, हेमरेज और कोमा बताया गया है। साथ ही घिसटने के भी निशान मिले हैं।
किसान दलजीत सिंह के शरीर पर कई जगह घिसटने के निशान पाए गए हैं, जिसके चलते मौत होने की पुष्टि की गई है। किसान लवप्रीत सिंह की मौत भी घिसटने से होना बताई गई है। उनके शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। मौत की मुख्य वजह शॉक और ब्रेन हेमरेज बताया गया है।
स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप शरीर पर पिटाई के गंभीर निशान मिले हैं और उनकी मौत शॉक और ब्रेन हेमरेज से होने की पुष्टि की गई है। अजय मिश्रा के ड्राइवर हरिओम मिश्रा के शरीर पर कई जगह चोट के निशान व मौत से पहले शॉक और ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई।
बीजेपी नेता शुभम मिश्रा की लाठी-डंडों से हुई पिटाई और शरीर पर दर्जनभर से ज्यादा जगहों पर चोट के निशान मिले हैं, जिसके चलते मौत होने की बात कही गई है। भाजपा नेता श्याम सुंदर की शरीर में दर्जन भर से अधिक चोटों के निशान मिले हैं और अधिक खून बह जाने के कारण मौत की पुष्टि हुई है।
क्या था मामला : गौरतलब है कि रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे। उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं। ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गई हैं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
आरोप है कि इस दौरान किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई, जिससे 4 किसानों की मौत हो गई। इसके बाद भड़की हिंसा में भाजपा नेता के ड्राइवर समेत 4 लोगों की मौत हो गई। इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो गई थी।