2017 से पहले 'महाभारत' के सभी पात्र वसूली के लिए निकल पड़ते थे : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लोक भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसेवा आयोग से चयनित 57 नायब तहसीलदारों, राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 141 प्रवक्ताओं और 69 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 से पहले जब नियुक्तियां होती थीं, तो चाचा, भतीजा, भानजे, 'महाभारत' के सभी पात्र वसूली के लिए निकल पड़ते थे।
प्रदेश के गांव-गांव में उनके ठेके और वसूली के अड्डे चलते थे।वसूली वे करते थे और बलि का बकरा अधिकारी बनते थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज नियुक्ति पत्र पाने वालों में से कई लोगों को कई साल पहले नौकरी मिल जानी चाहिए थी।लेकिन तब की सरकारों की नीयत साफ नहीं थी।वे ईमानदार नहीं थी।
मुख्यमंत्री कहा, जो अपने प्रति ईमानदार नहीं होगा, वह आपके प्रति और व्यवस्था के प्रति क्या ईमानदार होगा। उनके इसी रवैए के चलते उत्तर प्रदेश पिछड़ता चला गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से 4.5 लाख भर्तियां की हैं।सिर्फ उच्च, माध्यमिक और बेसिक शिक्षा में ही करीब पौने दो लाख से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की गई है।