बजट से 8 बड़ी उम्मीदें, क्या निर्मला सीतारमण देंगी इन पर ध्यान?
Budget expectation 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश करने जा रही हैं। इस बजट को लेकर हर वर्ग की अपनी अपनी उम्मीदें हैं। इस संबंध में हमने बात की शेयर बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल से। सागर ने अपनी उम्मीदों का पिटारा खोलते हुए बजट से 8 बड़ी उम्मीदें जताई हैं। उनका मानना है कि अगर सरकार बजट में इन 8 वर्गों को राहत दे दें तो उसकी लोकप्रियता काफी बढ़ जाएगी।
शेयर बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल को उम्मीद है कि सरकार इस बार बजट में लोगों को इनकम टैक्स में छूट दे सकती है। उन्होंने कहा कि 15 परसेंट से 30 परसेंट टैक्स स्लेब को कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बजट में पुरानी पेंशन योजना को भी बहाल किया जा सकता है। इसमें आखिरी सैलेरी का 50 फीसदी हिस्सा पेंशन के रूप में सरकारी कर्मचारियों को मिलता है। यदि ऐसा किया जाता है तो यह सरकार की ओर से बजट में सबसे बड़ी घोषणा मानी जाएगी। ALSO READ: Union Budget 2024-25 : क्या इन समस्याओं की ओर ध्यान देंगी वित्त मंत्री?
अग्रवाल ने कहा कि बजट में रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों को टिकटों की कीमतों में मिलने वाली छूट को बहाल किया जा सकता है। कोरोना काल से पहले सरकार वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे टिकट पर 50 फीसदी की छूट देती है। हालांकि महामारी के दौर में इस छूट को खत्म कर दिया गया।
मिनिमम वेज को भी पिछली बार 2014 में 6500 से बढ़ाकर 15,000 रुपए कर दिया गया था। इसे भी बढ़ाकर 25,000 रुपए किया जा सकता है। इससे लोअर क्लास से जुड़े कर्मचारियों की लाइफ स्टाइल में बड़ा बदलाव आ सकता है।
अग्रवाल का मानना है कि सरकार पेट्रोल डीजल से निर्भरता को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना चाहती है। EV वाहनों के निर्माण में लगने वाले रॉ मटेरियल पर लगने वाले टैक्स को कम किया जा सकता है। इससे इन वाहनों की कीमतें कम होगी और आम आदमी तक इसकी पहुंच आसान हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसानों को फिलहाल 6000 रुपए सम्मान निधि मिल रही है। माना जा रहा है कि इसे बढ़ाकर 8000 हजार रुपए प्रतिमाह किया जा सकता है। यह भी किसानों के हित में बहुत बड़ा कदम होगा। ALSO READ: सरकार की वित्तीय स्थिति अच्छी, करदाताओं को राहत की उम्मीद
सागर अग्रवाल ने कहा कि आजकल सर्वाइकल कैंसर जैसी बीमारियां तेजी से फैल रही है। महिलाओं को आयुष्मान का फायदा तो मिल ही रहा है लेकिन उनकी रियायती दर पर जांच हो सके इसके लिए भी अलग से बजट आवंटित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि निवेशक भी बाजार में लांग टर्म और शॉर्ट टर्म गेन टैक्स में छूट चाहता है। हर निवेशक चाहता है कि मैं कम से कम टैक्स दूं। अगर सरकार ऑटोमोबाइल, इंश्युरेंस, मेडिकल सेक्टर में टैक्स को कम किया जाए तो इसे बाजार के लिए सकारात्मक माना जाएगा।
हालांकि अग्रवाल ने आशंका जताई कि 25 जुलाई के बाद शेयर बाजार में गिरावट का दौर दिखाई दे सकता है। उन्होंने निवेशकों को बजट के 15-20 दिन बाद मार्केट सेंटिमेंट्स चेक करने और उसके अकॉर्डिंग ही निवेश प्लान करने की सलाह दी।