जनवरी में बढ़ा GST संग्रह 1.10 लाख करोड़ रुपए के पार
नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह इस वर्ष जनवरी में लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपए के पार रहा है। जनवरी में यह 1,10,828 करोड़ रुपए पर रहा। दिसंबर 2019 में यह 1,03,492 करोड़ रुपए रहा था। नवंबर 2019 में भी यह एक लाख करोड़ रुपए के पार रहा था। पिछले वर्ष जनवरी की तुलना में इस वर्ष जनवरी में इसमें 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
पिछले साल जुलाई में 1,02,083 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह हुआ था। इसके बाद अगस्त से लेकर अक्टूबर तक इसमें गिरावट का रुख बना रहा। अगस्त में 98,202 करोड़ रुपए, सितंबर में 91,916 करोड़ रुपए और अक्टूबर में 95,380 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह हुआ था। नवंबर में फिर से यह राशि एक लाख करोड़ रुपए को पार कर गई है।
अप्रैल, मई और जुलाई 2019 में यह राशि एक-एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रही थी। जून में यह एक लाख करोड़ रुपए से थोड़ा कम रहा था। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि जनवरी में संग्रहित जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 20,944 करोड़ रुपए, राज्य जीएसटी संग्रह 28,224 करोड़ रुपए, एकीकृत जीएसटी संग्रह 53,013 करोड़ रुपए और उपकर संग्रह 8,637 करोड़ रुपए रहा।
एकीकृत जीएसटी में 23,481 करोड़ रुपए और उपकर में 824 करोड़ रुपए आयात से प्राप्त हुए हैं। दिसंबर महीने के लिए 31 जनवरी तक करीब 83 लाख करदाताओं ने जीएसटीआर-3बी फॉर्म भरे।
सरकार ने एकीकृत जीएसटी से 24,730 करोड़ रुपए केंद्रीय जीएसटी और 18,199 करोड़ रुपए राज्य जीएसटी के खाते में हस्तांतरित किया है। नियमित आवंटन के बाद जनवरी में केन्द्र सरकार का कुल जीएसटी राजस्व 45,674 करोड़ रुपए और राज्यों की कुल राशि 46,433 करोड़ रुपए रही है।