ये है तालिबानियों का 'सुपर' मार्केट, बेच रहे US सैनिकों की बंदूकें, सोशल मीडिया में चर्चा
अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद केवल वहां के हालात नहीं बदले हैं, बल्कि वहां के बाजारों में मिलने वाली चीजें, वहां का स्टॉक तक बदल गया है। अब यहां के बाजारों में अमेरिकी सेना की यूनिफॉर्म समेत उनके उपयोग में आने वाली कई तरह की चीजें भी बिक रही हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के नाम पर यहां का एक बाजार सालों से बुश बाजार के नाम पर मशहूर था। अब इस बाजार का नजारा काफी बदला हुआ नजर आता है।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक यहां के बाजार में ब्लैक मार्केट में नाइट विजन गॉगल्स बिक रहे हैं, जो कि अमेरिका ने अफगानिस्तान को उपहार में दिए थे। इसके अलावा लेजर साइट्स और टॉर्च भी बिक रहे हैं। स्थानीय लड़ाकों में इन चीजों की खासी डिमांड है।
अमेरिका ने अफगानिस्तान को नाइट विजन गॉगल्स की 16 हजार जोड़ियां के अलावा 5 लाख बंदूकें भी दी थीं। इनमें से अधिकांश पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है।
बाजारों में भी तालिबानी खौफ साफ नजर आ रहा है। दुकानदार बुरी तरह डरे हुए हैं। दुकानदार कहते हैं पहले बाजारों में बड़ी संख्या में सैनिक भी आते थे, जो अब देश से चले गए हैं। अब तो यहां तालिबानी आते हैं, जिनसे सब डरते हैं।
तालिबानी उन चीजों को तोड़ने में एक मिनट नहीं लगाते हैं जो उन्हें ठीक नहीं लगती हैं। इनमें म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स भी शामिल हैं क्योंकि उनका मानना है कि संगीत इस्लाम के खिलाफ है।
साल 2001 में अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अफगानिस्तान में सेनाएं भेजी थीं। उनके नाम पर ही यहां के एक बाजार का नाम बुश बाजार है जो कि मिलिट्री शूज के लिए फेमस है। अब तालिबानियों ने इस बाजार का नाम भी बदल दिया है।