इन समीकरणों के चलते ही सेमीफाइनल तक पहुंच सकती है भारतीय टीम, मुश्किल लेकिन नामुमकिन नहीं
एक हफ्ता हो गया भारतीय टीम का टी-20 विश्वकप में खाता नहीं खुला। अब दो हार से भारत लगभग सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है। लेकिन अभी इस पर आधिकारिक तौर पर मुहर नहीं लगी है। आधिकारिक तौर पर भारत तब टी-20 विश्वकप से बाहर होगा जब भारत अफगानिस्तान से हार जाता है या फिर न्यूजीलैंड अफगानिस्तान से जीत जाती है।
अफगानिस्तान बनाम न्यूजीलैंड पर टिकी भारत की उम्मीदेंदो रविवार तो भारत के लिए अच्छे नहीं गए अब अगले रविवार को टी-20 विश्वकप में भारत के भाग्य का फैसला होगा। हालांकि अब भारत नहीं अफगानिस्तान बनाम न्यूजीलैंड के मैच से यह फैसला होगा कि भारत सेमीफाइनल में पहुंच पाता है या नहीं। अगर न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को हरा दिया तो भारत की उम्मीदें वहीं खत्म हो जाएंगी। लेकिन अगर अफगानिस्तान उलटफेर कर देता है तो फिर भारत के लिए एक हल्की सी आशा खुलेगी।
भारत को अपनी ओर से यह करना होगाअफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के मैच में जो होगा उस पर भारत का कंट्रोल नहीं है लेकिन अपनी ओर से भारत को अगले तीन मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे ताकि अगर अंत में समीकरण भारत के पक्ष में बने तो नेट रन रेट इतनी हो कि टीम इंडिया दूसरे स्थान पर मानी जा सके।
अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया के खिलाफ अब भारत को 70 से ज्यादा रनों की जीत की जरुरत रहेगी तब जाकर नेट रन रेट सुधर पाएगा। पिछले दो मैचों में भारत के गेंदबाजों ने 194 गेंदो में 263 रन लुटाए हैं। इस कारण भारत का नेट रन रेट -1.609 हो गया है। इसकी भरपायी लगातार 3 बड़ी जीत से ही हो सकती है।
पहले बल्लेबाजी करने की मजबूरी- एक दुविधासिर्फ यही नहीं भारत को तीनों मैचों में पहले बल्लेबाजी करनी होगी। पिछले दो मैचों में भारत पहले बल्लेबाजी करके हार गया लेकिन अब टॉस जीतने के बाद भी भारत को पहले बल्लेबाजी ही चुननी पड़ेगी। नहीं तो अगले मैच में जीत का दायरा और ज्यादा बड़ा हो जाएगा। पहले अगर विरोधी टीम ने बल्लेबाजी कर ली और भारत ने लक्ष्य का पीछा जल्दी भी कर लिया तो भी नेट रन रेट में उतनी तेजी से इजाफा नहीं होगा क्योंकि भारत ने पहले रन दिए और फिर बनाए।
वैसे तो विराट कोहली टॉस जीतने में हमेशा फिसड्डी रहे हैं। इस साल कुल 7 टी-20 मैचों में उन्होंने सिर्फ 1 बार टॉस जीता है। आने वाले मैचों में उनका टॉस जीतना ना जीतना एक समान हो सकता है। अफगानिस्तान जब टॉस जीतती है तो हमेशा बल्लेबाजी ही करने में दिलचस्पी दिखाती है। देखना होगा 3 तारीख को क्या होता है।
नामीबिया और स्कॉटलैंड से उम्मीदें कमवैसे तो न्यूजीलैंड को नामीबिया और स्कॉटलैंड से भी खेलना है लेकिन अब न्यूजीलैंड को हराने का दम बची टीमों में से अफगानिस्तान के पास दिखता है। वैसे तो क्रिकेट में कुछ भी संभव है लेकिन यह सोचना कि नामीबिया और स्कॉटलैंड न्यूजीलैंड को हरा देगी तो यह दूर की कौड़ी लगती है। वहीं बारिश संयुक्त अरब अमीरात में होगी नहीं क्योंकि अभी मौसम साफ है।
अंत में अगर भारत के अंक न्यूजीलैंड के बराबर होंगे और नेट रन रेट बेहतर होगी तो ही टीम इंडिया को सेमीफाइनल का टिकट मिलेगा।
(वेबदुनिया डेस्क)