शेयर बाजार 5 सप्ताह के निचले स्तर पर
मुंबई। रिजर्व बैंक द्वारा दिवालिया प्रक्रिया के तहत आने वाले ऋणों के लिए ज्यादा राशि के प्रावधान का निर्देश जारी किए जाने की खबरों के बाद बैंकिंग समेत लगभग सभी समूहों की कंपनियों में बिकवाली से मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार करीब पांच सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया।
बीएसई का सेंसेक्स 0.58 प्रतिशत यानी 179.96 अंक लुढ़ककर 30,958.25 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.66 प्रतिशत यानी 63.55 अंक की गिरावट के साथ 9,511.40 अंक पर आ गया। यह दोनों का 25 मई के बाद का निचला स्तर है। सेंसेक्स लगातार दूसरे कारोबारी दिवस पर फिसला है और 25 मई के बाद पहली बार 31 हजार से नीचे उतरा है। वहीं निफ्टी में लगातार पांचवें कारोबारी दिवस गिरावट दर्ज की गई है।
मीडिया में सोमवार को खबर आई थी कि रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे मामलों में जिनमें लिए गए ऋण के लिए ऋणधारक ने दिवालिया प्रक्रिया शुरू कर दी है, कम से कम ऋण राशि का 50 प्रतिशत प्रावधान के रूप में अलग रख दें। इस निर्देश से सरकारी बैंकों के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है। सोमवार को ईद के मौके पर बाजार बंद था और इसलिए मंगलवार को इसका असर दिखा।
अधिकतर एशियाई बाजार के हरे निशान में रहने के कारण सेंसेक्स 56.77 अंक की तेजी के साथ 31,138.21 अंक पर खुला, लेकिन बैंकिंग क्षेत्र पर बने दबाव तथा बाजार में समग्र रूप से कमजोर निवेश धारणा के कारण ज्यादा देर बढ़त में नहीं रह सका। चौतरफा बिकवाली के बीच पहले आधे घंटे के कारोबार में ही यह लाल निशान में चला गया और पूरे दिन उबर नहीं सका। कारोबार के दौरान इसका उच्चतम स्तर 31,294.96 अंक और न्यूनतम स्तर 30,847.08 अंक दर्ज किया गया।
बीएसई के 20 समूहों में दूरसंचार और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद को छोड़कर अन्य में गिरावट रही। सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग और रियलिटी समूहों ने उठाया। दोनों के सूचकांक करीब डेढ़ फीसदी टूटे। सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियां लाल निशान में रहीं। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक के शेयर तीन प्रतिशत से ज्यादा लुढ़के एक्सिस बैंक में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई।
निफ्टी 19.10 अंक की तेजी के साथ 9,594.05 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 9,615.40 अंक के दिवस के उच्चतम और 9,473 अंक के न्यूनतम स्तर को छूते हुए गत दिवस के मुकाबले 63.55 अंक नीचे 9,511.40 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 51 में से 34 कंपनियों के शेयर लुढ़के, 16 के बढ़त में रहे जबकि एक में कोई बदलाव नहीं हुआ। (वार्ता)