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Written By वेबदुनिया न्यूज डेस्क
Last Updated : रविवार, 1 सितम्बर 2019 (19:04 IST)

पंचकुला की निशानेबाज यशस्विनी सिंह देसवाल ने गोल्ड मैडल के साथ ओलिम्पिक कोटा हासिल किया

पंचकुला की निशानेबाज यशस्विनी सिंह देसवाल ने गोल्ड मैडल के साथ ओलिम्पिक कोटा हासिल किया - Yashaswini Singh Deswal achieved Olympic quota with gold medal
रियो डि जिनेरियो। भारत की प्रतिभाशाली निशानेबाज यशस्विनी सिंह देसवाल (Yashaswini Singh Deswal) ने आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में न केवल सोने के पदक पर निशाना साधा बल्कि अगले साल जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलिम्पिक खेलों के लिए कोटा हासिल किया। यशस्विनी समेत कुल 9 निशानेबाज ओलिम्पिक कोटा हासिल कर चुके हैं।
 
दुनिया की नंबर एक निशानेबाज को हराया : पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन 22 साल की यशस्विनी ने दुनिया की नंबर एक यूक्रेन की ओलेना कोस्तेविच को हराकर स्वर्ण पदक जीता। यशस्विनी ने 236.7 अंक हासिल किए जबकि ओलेना को (234.8 अंक) रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। सर्बिया की जेसमिना मिलावोनोविच ने 215.7 अंक से कांस्य पदक हासिल किया। 
 
यशस्विनी का दबदबा : DAV कॉलेज चंडीगढ़ में अर्थशास्त्र की छात्रा यशस्विनी का दबदबा इतना था कि वह फाइनल में ओलेना से 1.9 अंक आगे रहीं और गोल्ड मैडल जीतने में कामयाब हुई। यशस्विनीक्वालीफिकेशन में भी 582 अंक से शीर्ष पर रही थीं, लिहाजा वे पहले से ही स्वर्ण पदक की दावेदार थीं। ओलेना से ने 2004 के एथेंस और 2012 के लंदन ओलिम्पिक खेलों में कांस्य पदक जीता था।
यशस्विनी की कामयाबी से पिता बेहद रोमांचित : यशस्विनी के स्वर्ण पदक जीतने की जानकारी जैसे ही उनके IPS पिता एस.एस. देसवाल को मिली, वे बेहद रोमांचित हो उठे। सनद रहे कि एस.एस. देसवाल ITBP दिल्ली में DG के पद पर कार्यरत हैं जबकि उनकी मां सरोज देसवाल पंचकुला की चीफ इनकम टैक्स कमिश्नर हैं।
 
7 बरस पहले ही यशस्विनी ने शुरू की थी निशानेबाजी : यशस्विनी ने सिर्फ 7 बरस पहले ही निशानेबाजी खेल की शुरुआत की थी। 2010 में जब राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय निशानेबाजों ने बड़ी कामयाबी हासिल की, तभी से उन्होंने ठान लिया था कि एक दिन वे भी निशानेबाज बनकर देश को गौरवान्वित करेंगी। यही कारण है कि 2012 से निशानेबाजी शुरू करने वाली यशस्विनी ने 2014 में जूनियर वर्ल्ड कप चैम्पियन बनीं और 2019 में उन्होंने अपना गला सोने के पदक से सजा डाला।
 
यशस्विनी की कामयाबी पर देश और परिवार को गर्व :  ITBP के DG एस.एस. देसवाल ने चंडीगढ़ में कहा कि मेरी बेटी की कामयाबी से पूरे देश और मेरे परिवार को गर्व है कि उसने ISSF विश्व कप में स्वर्ण पदक के साथ ओलिम्पिक कोटा हासिल किया। उन्होंने बताया कि यशस्विनी की जिद रहती थी कि जब भी वो यात्रा करे तो मां साथ हों। इस वक्त भी मां और बेटी रियो में ही हैं और वे जरूर जीत का जश्न मना रहे होंगे। जब वे दोनों वापस आएंगे, हम फिर से जश्न मनाएंगे। 
 
टोक्यो ओलिम्पिक के लिए भारत के 9 निशानेबाज : 2020 तोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए भारत के 9 निशानेबाजों ने कोटा हासिल कर लिया है। ये 9 निशानेबाज हैं यशस्विनी देसवाल, संजीव राजपूत, अंजुम मौदगिल, अपूर्वी चंदेला, सौरभ चौधरी, अभिषेक वर्मा, दिव्यांश सिंह पंवार, राही सरनोबत और मनु भाकर।
 
विश्व कप निशानेबाजी में भारत को तीसरा स्वर्ण : आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी में भारत के 3 निशानेबाजों ने स्वर्ण पदक हासिल किया है। यशस्विनी देसवाल ने 10 मीटर एयर पिस्टल में, अभिषेक वर्मा ने 10 मीटर एयर पिस्टल में और इलावेनिल वलारिवान ने 10 मीटर एयर राइफल भारत को स्वर्णिम सफलता दिलाई। 
Photo Courtesy : NRAI
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