वीजा ना मिलने के कारण भारत के 6 पैरा निशानेबाज विश्व कप खेलने नहीं जा पाए फ्रांस, अवनि हुईं दुखी
नई दिल्ली:पैरालम्पिक में दोहरे पदक विजेता सिंहराज अधाना समेत भारतीय पैरा निशानेबाजी दल के छह सदस्यों को भारत सरकार के दखल के बावजूद वीजा नहीं मिलने से वे फ्रांस में पैरा निशानेबाजी विश्व कप में भाग नहीं ले सकेंगे।
टोक्यो पैरालम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखरा के ट्वीट करने के बाद यह मामला प्रकाश में आया। उन्होंने अपनी मां श्वेता जेवारिया और कोच राकेश मनपत को वीजा नहीं मिलने पर मदद की मांग की थी।
उन्होंने ट्वीट किया, “मैं दुखी हूं, फ्रांस जाने में सक्षम नहीं हूं क्योंकि मेरी एस्कॉर्ट श्वेता जेवरिया और मेरे कोच राकेश मनपत का वीजा जारी नहीं किया गया है। सात जून का मैच मेरे लिये महत्वपूर्ण है। क्या कोई मदद कर सकता है?”
हवाई अड्डे से बातचीत में मुख्य राष्ट्रीय कोच और भारतीय पैरा निशानेबाजी के चेयरमैन जय प्रकाश नौटियाल ने कहा कि लेखरा और उनके कोच को वीजा मिल गया है।उन्होंने कहा , अवनि और उसके कोच को वीजा मिल गया है लेकिन उसकी एस्कॉर्ट जो उसकी मां भी है, उन्हें वीजा नहीं मिल सका।
उन्होंने कहा , इसके अलावा तीन पैरा निशानेबाजों सिंहराज, राहुल झाखड़ और दीपिंदर सिंह (सभी पैरा पिस्टल निशानेबाज) और दो कोच सुभाष राणा (राष्ट्रीय कोच) और विवेक सैनी (सहायक कोच) को वीजा नहीं मिला। उन्होंने कहा , फ्रेंच दूतावास ने कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने इतना ही कहा कि वीजा की भारी मांग है। हमने 23 अप्रैल को वीजा के लिये आवेदन किया था। विदेश मंत्रालय ने भी दखल देकर हमारी मदद की कोशिश की लेकिन छह सदस्यों को वीजा नहीं मिल सका।
टूर्नामेंट चार से 13 जून तक होना है और इससे पेरिस पैरालम्पिक के कोटा भी मिलेंगे।नौटियाल ने कहा , हम अब 22 सदस्यों के साथ जा रहे हैं जिनमें 14 निशानेबाज हैं। हमें उम्मीद थी कि सभी को वीजा मिल जायेगा क्योंकि अगले पैरालम्पिक पेरिस में होने हैं और इस टूर्नामेंट से उसके 18 कोटे तय होंगे।
लेखरा ने शनिवार को अपने एस्कॉर्ट और कोच के लिए वीजा सुनिश्चित करने के लिए खेल अधिकारियों से मदद मांगी, क्योंकि उन्हें फ्रांस में 4 जून से शुरू होने वाले विश्व कप में भाग लेना था।
भारतीय खेल प्राधिकरण ने अवनि के ट्वीट पर जवाबी ट्वीट में कहा , यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय पैरा निशानेबाजों को वीजा नहीं मिल सके । खेल मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने काफी प्रयास किये लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रचने वाली 20 वर्षीय राइफल शूटर को 2021 में प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
लेखरा टोक्यो 2021 में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 इवेंट में शीर्ष सम्मान जीतकर पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाली पहली महिला बन गयी थीं। इसके अलावा उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन एसएच1 इवेंट में कांस्य पदक भी जीता था।