पेरिस ओलंपिक में सोने का तमगा बचाने के लिए नीरज चोपड़ा को मिली इस महान एथलीट से सलाह
वेल्स के 110 मीटर बाधा दौड़ के पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक कोलिन जैकसन का मानना है कि ओलंपिक खिताब का बचाव करना एक बड़ी उपलब्धि है और भारत के चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को अगले साल पेरिस में यह उपलब्धि हासिल करने के लिए धैर्य रखने की जरूरत है।
तोक्यो ओलंपिक में एतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद से चोपड़ा भारतीय एथलेटिक्स का चेहरा हैं। तब से उन्होंने विश्व चैंपियनशिप और डाइमंड लीग भी जीती है और उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर है। उनका लक्ष्य 90 मीटर की बाधा को पार करना है।
दो बार के विश्व चैंपियन जैकसन ने कहा, वह (नीरज) वास्तव में एकाग्र और प्रतिबद्ध हैं। उनके पास स्पष्ट दृष्टिकोण और क्षमता है जो मुझे उनके बारे में बहुत उत्साहित करती है।
उन्होंने कहा, ओलंपिक में अपना खिताब बचाने में सक्षम होना उसके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। मुझे लगता है कि धैर्य रखना होगा और वही करना होगा जो वह अब तक करता आया है।
टाटा स्टील कोलकाता 25 (किमी) के आठवें सत्र के ब्रांड दूत के रूप में यहां आए जैकसन ने कहा कि भारतीय एथलीटों को पेरिस ओलंपिक की तैयारियों पर ध्यान देना चाहिए।
सियोल ओलंपिक 1988 के रजत पदक विजेता ने कहा, भारत ने एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और हाल ही में ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।जैकसन ने कहा, मैं युवाओं को सलाह दूंगा कि यह खेल आपके लिए है, इससे दूर नहीं जाएं, इससे जुड़ें और जीत के लिए आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा, भारतीय एथलीटों के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज ओलंपिक के माहौल से भयभीत नहीं होना है। मेरे लिए विश्व चैंपियनशिप में भाग लेना ओलंपिक के समान ही होगा।जैकसन ने कहा, इसे किसी अन्य प्रतियोगिता की तरह लेना महत्वपूर्ण है, ना कि यह सोचना कि यह ओलंपिक है और खुद पर अधिक बोझ डालना है।
(भाषा)