ओलंपिक में निराश करने के बाद मनु भाकर की जबरदस्त वापसी, जूनियर विश्व चैंपियनशिप में जीते 4 गोल्ड
नई दिल्ली:भारत ने लीमा में हाल में संपन्न आईएसएसएफ (अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ) जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 17 स्वर्ण समेत 43 पदक जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया।
पेरू की राजधानी के लास पाल्मास निशानेबाजी परिसर में जूनियर स्तर के शीर्ष प्रतियोगिता के आखिरी दिन भारतीय निशानेबाजों ने सभी उपलब्ध 12 पदक जीते।
विजयवीर सिद्धू, रिदम सांगवान, अर्जुन सिंह चीमा और शिखा नरवाल ने अंतिम दिन भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते, जिससे पीले तमगों की संख्या 17 तक पहुंच गयी। भारत ने इसके साथ ही 16 रजत और 10 कांस्य पदक जीते।
विजयवीर ने जूनियर पुरुषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में शीर्ष स्थान के साथ चैंपियनशिप में अपना तीसरा स्वर्ण हासिल किया। उनके जुड़वां भाई उदयवीर इसमें रजत जबकि हर्ष गुप्ता ने कांस्य पदक जीता।
रिदम सांगवान (573) ने जूनियर महिला 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में जीत के साथ चैंपियनशिप का अपना चौथा स्वर्ण जीता। इस स्पर्धा में उनकी हमवतन निवेदिता वेलूर नायर (565) और नाम्या कपूर (563) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक हासिल किये।जूनियर पुरुषों के 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत के अर्जुन सिंह चीमा ने स्वर्ण जबकि शौर्य सरीन और अजिंक्य चव्हाण ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।
चैंपियनशिप की आखिरी स्पर्धा में भारत की शिखा नरवाल ने 530 के स्कोर के साथ जूनियर महिला 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा का खिताब अपने नाम किया। ईशा सिंह (529) दूसरे जबकि नवदीप कौर (526) तीसरे स्थान पर रहीं।भारतीय निशानेबाजों ने इस प्रतियोगिता के पिस्टल वर्ग में 43 में से 26 पदक जीते। शॉटगन से नौ जबकि राइफल स्पर्धा में आठ पदक मिले।
ओलंपियन ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर और मनु भाकर ने दबदबे वाले प्रदर्शन के साथ अपनी विश्व स्तरीय साख को फिर से दोहराया।मनु चार स्वर्ण और एक कांस्य पदक के साथ सबसे सफल भारतीय निशानेबाज रही। ऐश्वर्या ने जूनियर पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्वर्ण जीतने के साथ जूनियर विश्व रिकॉर्ड भी कायम किया।