भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपने खेल में एक समस्या की पहचान की है और जल्द से जल्द इसमें सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वह इस साल के अंत में विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीतना चाहते हैं। चोपड़ा 13-21 सितंबर को तोक्यो में होने वाले विश्व चैंपियनशिप (World Championship) में पदक के प्रबल दावेदार हैं। वह अपने महान कोच जान जेलेजनी के साथ 57 दिन तक चेक गणराज्य के प्राग और निम्बर्क में ट्रेनिंग लेंगे।
वह शुक्रवार रात अपने फिजियो इशान मारवाह के साथ रवाना होंगे और पांच सितंबर तक यूरोपीय देश में रहेंगे जिसका कुल खर्चा 19 लाख रुपये है।
चोपड़ा ने कहा, मैंने पहले ही अपनी कमी की पहचान कर ली है जिन पर मुझे काम करने की जरूरत है। भाला फेंकते समय मैं अक्सर अपनी बाईं ओर गिर जाता हूं। हमें इस पर काम करने की जरूरत है। ट्रेनिंग में मैं ऐसा नहीं करता लेकिन प्रतियोगिता में अतिरिक्त प्रयास के कारण ऐसा होता है।
उन्होंने कहा, कोच कह रहे हैं कि बाईं ओर ज्यादा मत जाओ और हम इस पहलू पर बहुत काम कर रहे हैं क्योंकि भाला फेंकने के लिए मुझे जो ताकत लगानी होती है, वह मैं अक्सर बर्बाद कर देता हूं। हम रन-अप पर भी बहुत काम कर रहे हैं।
चोपड़ा ने कहा, पेरिस डायमंड लीग और दोहा डायमंड लीग जैसी कुछ प्रतियोगिताओं में यह अच्छा रहा था, लेकिन बेंगलुरु में ऐसा नहीं था क्योंकि वहां थोड़ी हवा भी थी। ओस्ट्रावा में मुझे लगा कि मैं अच्छा फेंक सकता हूं लेकिन रन-अप और तकनीक अच्छी नहीं थी।
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता ने कहा कि उन्हें बार बार 90 मीटर का आंकड़ा छूने के लिए निरंतरता पर भी काम करने की जरूरत है।
चोपड़ा ने यहां अंडर आर्मर स्टोर के लांच के दौरान कहा, मैंने इस साल 90 मीटर की दूरी तय की है। लेकिन इसे बार बार हासिल करने के लिए मुझे और अधिक निरंतर प्रदर्शन करने की जरूरत है। मैं लगातार 88-89 मीटर के आसपास भाला फेंक रहा हूं और मेरे कोच ने कहा कि वह खुश हैं लेकिन मुझे और अधिक निरंतर प्रदर्शन करने की जरूरत है।
इस 27 साल के भाला फेंक अगला बड़ा लक्ष्य विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पोडियम पर शीर्ष पर रहना है जो इस साल 13 से 21 सितंबर में तोक्यो में होगी।
चोपड़ा ने कहा, मेरा अगला लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप है और मैं वहां जीतना चाहता हूं। विश्व चैंपियनशिप से पहले मैं अपने कोच के साथ योजना बनाऊंगा और देखूंगा कि मैं किस स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर सकता हूं ताकि मैं उसकी सबसे अच्छी तैयारी कर सकूं।
चोपड़ा अपने नए कोच जान जेलेजनी का बहुत सम्मान करते हैं, जिन्हें वह अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने कहा, मेरे कोच बहुत अच्छे हैं। वह दिग्गज एथलीट रहे हैं। एक व्यक्ति के रूप में भी, वह बहुत मदद करते हैं। वह मेरी तकनीक पर बहुत काम कर रहे हैं। मैं ट्रेनिंग में अच्छा करता हूं लेकिन प्रतियोगिताओं में तकनीक सही नहीं कर पा रहा हूं। मैं अक्सर पुरानी और नयी तकनीक को मिला देता हूं।
लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर चोपड़ा ने कहा, ओलंपिक के बारे में सोचने और योजना बनाने के लिए अभी भी समय है, अभी इसके बारे में चिंता क्यों करें। लेकिन प्रक्रिया जारी है। भविष्य के बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है, कदम दर कदम आगे बढ़ने की जरूरत है। (भाषा)