गोंडा: निशा दहिया के लिये अभ्यास का यह सामान्य दिन था जो यहां राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप की तैयारियों में जुटी थीं लेकिन दिन के अंत में यह पहलवान खुद को जीवित साबित करने में व्यस्त हो गयी क्योंकि उनके नाम की ही एक पहलवान की हरियाणा में गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
जब खबर आयी कि सोनीपत में एक अकादमी के बाहर निशा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है तो यहां इकट्ठे हुए सैकड़ों साथी पहलवान, कोच और अधिकारी स्तब्ध रह गये।जब पीटीआई ने यहां उनसे संपर्क किया तो निशा ने कहा, मैं ठीक हूं। हाल में बेलग्रेड में अंडर-23 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली निशा को जब यह खबर बतायी गयी तो वह अभ्यास कर रही थीं।
लेकिन सभी को यह समझने में ज्यादा देर नहीं लगी कि जिस महिला की हत्या हुई है, वह प्रशिक्षण ले रही पहलवान है जिसका नाम भी निशा दहिया था।निशा ने कहा कि जब से यह रिपोर्ट आयी है, तब से उनका फोन बजना बंद नहीं हुआ है।
इस युवा पहलवान ने कहा, मुझे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में एक घंटे पहले ही पता चला जब मैं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिये अभ्यास कर रही थी और मैं स्तब्ध रह गयी। इसके बाद मुझे मेरे परिवार और दोस्तों के फोन आने शुरू हो गये। उन्होंने कहा, निश्चित रूप से सभी को यह जानकर खुशी हुई कि मैं जीवित हूं। मैं अब टूर्नामेंट के लिये तैयारी कर रही हूं।
इससे पहले निशा ने ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक के साथ बैठकर खुद का एक वीडियो बनाया जिसमें उन्होंने आश्वस्त किया कि वह ठीक हैं।भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने उन्हें इस वीडियो को बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिये कहा था।
डब्ल्यूएफआई सहायक सचिव विनोद तोमर ने पता लगाया कि मामला क्या था। उन्होंने निशा के फिजियो से बात की जो यह इस तरह का सवाल सुनकर हैरान थे।तोमर ने कहा, मैंने उन्हें फोन किया ताो उन्होंने बताया कि उस समय निशा उनके साथ अभ्यास कर रही थी। फिर मैंने निशा से वीडियो बनाकर संदेश भेजने के लिये कहा कि वह सुरक्षित है।
इस भ्रम के कारण नन्दिनी नगर खेल परिसर में अंतिम मिनट की तैयारियां रूक गयी और इनमें देरी हुई जिसमें प्रविष्टियों का सत्यापन शामिल है। लेकिन अब अधिकारी काम पर जुट गये हैं।कुश्ती कोच रणधीर मलिक विश्व चैम्पियनशिप में भारतीय महिला टीम के साथ थे, उन्होंने उस महिला के बारे में कुछ जानकारी दी जिसकी हत्या कर दी गयी।
उन्होंने कहा, जिस लड़की की हत्या हुई, वह सोनीपत में हलालपुर गांव की थी। वह निशा दहिया थी लेकिन अंडर-23 विश्व चैम्पियनशिप में जाने वाली निशा दहिया नहीं। वह छोटे से गांव की थी और उसने अभी खेलना शुरू किया था। डब्ल्यूएफआई सचिव ने कहा कि हालांकि वह अभी शुरूआत ही कर रही थी लेकिन खेल ने अपनी एक पहलवान को गंवा दिया।
उन्होंने कहा, हां, ये वाली निशा सुरक्षित है लेकिन हमने किसी को खो दिया है। मैं उसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता लेकिन कुश्ती जगत ने अपनी एक पहलवान को इस दुखद तरीके से गंवा दिया। मैं नहीं जानता कि वह कहां ट्रेनिंग करती थी।
(भाषा)