उन्होंने आगे लिखा , हाल ही में मैने खुद यह अनुभव किया। मैने कुछ मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया जिस पर मुझे गर्व है। मुझे लोगों ने बताया कि दर्शकों का ध्यान मेरे खेल पर था ही नहीं बल्कि बाकी गैर जरूरी चीजों जैसे मेरे कपड़े, बाल, लहजे पर था।देशमुख चैलेंजर श्रेणी में 4 . 5 स्कोर करके 12वें स्थान पर रही। उन्होंने कहा कि पुरूष खिलाड़ियों को उनके खेल के लिये जाना जाता है जबकि महिलाओं के मामले में उलटा है।Indian Chess Player Divya Deshmukh Alleges Sexism By Spectators In Tournament#DivyaDeshmukh #Chess https://t.co/yl2PRBOXRK pic.twitter.com/7Zb6z9QsBp
— NDTV Sports (@Sports_NDTV) January 30, 2024
Divya Deshmukh, one of the future stars of Indian chess, has shared her thoughts on how women are treated in the chess world.
उन्होंने कहा , मैं इससे काफी दुखी थी। यह काफी दुखद है कि जब महिला शतरंज खेलती है तो वह कितना भी अच्छा खेले, लोग खेल पर ध्यान नहीं देते। महिला खिलाड़ियों को रोजाना इसका सामना करना पड़ता है और मैं तो 18 साल की ही हूं। मैने इतने साल तक ऐसी ही गैर जरूरी चीजों पर यह सब झेला है। मुझे लगता है कि महिलाओं को भी समान सम्मान मिलना चाहिये।(भाषा)This is extremely sad. pic.twitter.com/4sJfBRGZAx
— GothamChess (@GothamChess) January 28, 2024