शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. रूस-यूक्रेन वॉर
  3. न्यूज़ : रूस-यूक्रेन वॉर
  4. The situation in Ukraine's Torets city is deteriorating due to the attack of the Russian army
Written By
Last Modified: मंगलवार, 26 अप्रैल 2022 (17:49 IST)

Russia-Ukraine War : यूक्रेन के टोरेट्स शहर में बिगड़ रहे हालात, पीने के पानी को तरस रहे लोग

Russia-Ukraine War : यूक्रेन के टोरेट्स शहर में बिगड़ रहे हालात, पीने के पानी को तरस रहे लोग - The situation in Ukraine's Torets city is deteriorating due to the attack of the Russian army
टोरेट्स (यूक्रेन)। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को 2 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। ऐसे में कुछ स्थानों पर जहां रूसी सेना के हमलों में कमी आने की खबरें मिल रही हैं, वहीं कुछ जगह लड़ाई तेज हुई है। पूर्वी यूक्रेन के टोरेट्स शहर में लड़ाई एक बार फिर जोर पकड़ रही है। शहर में पीने के पानी की किल्लत के चलते यहां के निवासियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

शहर के निवासी एंड्री चेरोमुश्किन कहते हैं, जो कुछ भी हो रहा है, वह काफी डरावना है। अगर हमारा पड़ोसी भी दरवाजा खटखटाता है तो हम डर जाते हैं। हम बहुत ही असहाय महसूस कर रहे हैं। शहर की 32 हजार की आबादी में से आधे से ज्यादा निवासी भाग चुके हैं। जो बचे हैं उनमें से कई के पास पैसे और बुनियादी संसाधनों की किल्लत हो गई है। तनाव और आक्रोश दोनों बढ़ रहे हैं।

टोरेट्स शहर की एक और निवासी इरिना एनातोलिवना ने कहा, मैं बारिश का पानी जमा करती हूं। उससे खाना बनाती हूं। मैं अपने कुत्ते के लिए इस पानी से खाना बनाती हूं। इसी पानी से फर्श साफ करती हूं। धुलाई करती हूं। इसी से घर साफ करती हूं। क्या इसे सामान्य कहा जा सकता है?

एनातोलिवना सोमवार को अन्य निवासियों के साथ पानी लेने के लिए कतार में खड़ी थीं क्योंकि शहर में जलापूर्ति ठप हो गई है। रूसी आक्रमण के पहले साल 2014 में भी टोरेट्स शहर संकट में फंस चुका है, जब इस पर रूस समर्थक अलगाववादियों ने कब्जा कर लिया था। इसके एक साल बाद यूक्रेनी बलों ने फिर से शहर को अपने कब्जे में ले लिया था।

टोरेट्स शहर अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दोनेत्स्क क्षेत्र से कुछ ही किलोमीटर दूर है। हालांकि यूक्रेनी बल रूसी बलों को यहां बढ़त हासिल करने से रोकने के लिए जी-जान लगाए हुए हैं।

टोरेट्स शहर के निवासियों का कहना है कि विस्फोट और तोप हमलों की आवाजें तेज हो गई हैं। हालांकि यहां से जाना आसान नहीं है। कुछ लोग बुजुर्ग हैं तो कुछ लोगों के छोटे-छोटे बच्चे हैं। वहीं चेरोमुश्किन जैसे कुछ लोगों के पास रोजगार नहीं है।

चेरोमुश्किन कहते हैं, आप नहीं जानते कि कल क्या होने वाला है। अगले पल का भी कुछ पता नहीं। उनकी पत्नी तातियाना को लगता है कि हालात लगातार खराब हो रहे हैं। हालांकि इन मुश्किल हालात में भी तातियाना ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। वह कहती हैं, मुझे लगता है कि जल्द ही यह सब कुछ खत्म हो जाएगा। वे कुछ न कुछ समझौता करने पर राजी हो जाएंगे।(भाषा)
File photo
ये भी पढ़ें
भारत में बिजली संकट की Inside Story, कैसे साल दर साल बढ़ रही मांग, कैसे कोयले की कमी से देश में गहरा रहा ‘अंधेरे का खतरा’