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Last Modified: रविवार, 27 फ़रवरी 2022 (13:02 IST)

4 देशों को पार कर 'ऑपरेशन गंगा' ने लिखी सफलता की कहानी, 900 से ज्यादा भारतीयों को मिली 'जिंदगी'

4 देशों को पार कर 'ऑपरेशन गंगा' ने लिखी सफलता की कहानी, 900 से ज्यादा भारतीयों को मिली 'जिंदगी' - Operation Ganga : Russian Ukraine war
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि रोमानिया की राजधानी बखारेस्ट से 198 भारतीय नागरिकों को लेकर आ रही चौथी उड़ान रविवार को भारत के लिए रवाना हो गई। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद भारत वहां फंसे भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया के साथ लगती सीमा चौकियों के जरिए निकाल रहा है।

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'ऑपरेशन गंगा की चौथी उड़ान बुखारेस्ट से रवाना हो गई है। भारत के 198 नागरिक दिल्ली लौट रहे हैं।'
 
शनिवार शाम को 219 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान बुखारेस्ट से मुंबई पहुंची थी। दूसरी उड़ान 250 नागरिकों को लेकर रविवार तड़के दिल्ली पहुंची।
 
इस बीच रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 250 भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया1942 उड़ान करीब 03.00 दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने यहां यूक्रेन से लौटे प्रत्येक भारतीय को गुलाब देकर बधाई दी।
 
सिंधिया ने ट्वीट किया, 'सुखद घर वापसी। दिल्ली हवाई अड्डे पर एयर इंडिया उड़ान से 250 भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित रूप से लौटकर आने और उन्हें सकुशल देखकर राहत और खुशी हुई। मेरे सहयोगी श्री वी मुरलीधरन के साथ उनका स्वागत किया और उनसे बातचीत की।'
 
मुरलीधरन ने अपने ट्वीट में कहा, 'जब तक हम यूक्रेन से अंतिम भारतीय को नहीं निकाल लेते, तब तक अपने प्रयास जारी रखेंगे। हम आपकी परवाह करते हैं। उन्होंने हवाई अड्डे पर छात्रों से मलयालम में बातचीत की।'
 
एअर इंडिया की तीसरी उड़ान करीब 240 भारतीय नागरिकों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से दिल्ली रवाना हो गई है। भारत ने इस निकासी अभियान को ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया है।
 
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शनिवार को ट्वीट किया था कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास हेल्पलाइन नंबरों का इस्तेमाल कर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना किसी भी सीमा चौकी की ओर न बढें। विभिन्न सीमा जांच चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है और दूतावास हमारे नागरिकों को समन्वित तरीके से निकालने के लिए पड़ोसी देशों में हमारे दूतावासों के साथ मिलकर निरंतर काम कर रहा है।
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