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गंगा दशहरा कब है 2023 ? गंगा दशहरा की कथा क्या है?

मंगलवार,मई 23, 2023
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Birth Story of Moon in Hindi त्यागे हुए गर्भ को ब्रह्मा ने पुरुष रूप दिया जो चंद्रमा के नाम से प्रख्यात हुए। देवताओं, ऋषियों व गंधर्वों आदि ने उनकी स्तुति की। उनके ही तेज से पृथ्वी पर दिव्य औषधियां उत्पन्न हुई। ब्रह्मा जी ने चंद्र को नक्षत्र, ...
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बुध प्रदोष व्रत की कथा के अनुसार एक पुरुष का नया-नया विवाह हुआ। विवाह के 2 दिनों बाद उसकी पत्‍नी मायके चली गई। कुछ दिनों के बाद वह पुरुष पत्‍नी को लेने उसके यहां गया। बुधवार को जब वह पत्‍नी के साथ लौटने लगा तो ससुराल पक्ष ने उसे रोकने का प्रयत्‍न ...
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वैशाख मास पूर्णिमा, 4-5 मई 2023 को नरसिंह जयंती मनाई जाएगी। जानिए उनकी कथा... नरसिंह जयंती 2023 कथा : मई में कब है Narsingh Jayanti, जानिए भगवान शिव ने नरसिंह का क्रोध शांत करने के लिए क्या किया Narsingh Jayanti 2023
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Mohini Ekadashi Story : वर्ष 2023 में मई माह के पहले दिन यानी सोमवार को मोहिनी एकादशी मनाई जा रही है। समुद्र मंथन के दौरान भगवान श्री विष्णु को अपना रूप बदलना पड़ा था, इसकी शुभ कथा के अनुसार जब समुद्र मंथन से निकला अमृत कलश दैत्य एक दूसरे के हाथों ...
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Sita Navami 2023 : प्रतिवर्ष वैशाख मास की शुक्ल नवमी तिथि को सीता नवमी मनाई जाती है। इस दिन को जानकी नवमी पर्व के नाम से भी जाना जाता है। यह हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्योहार है और इस दिन माता सीता तथा प्रभु श्रीराम की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं ...
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आओ जानते हैं राजा विक्रमादित्य के जीवन से जुड़ा मां बगलामुखी और माता हरसिद्धि के दर्शन की कहानी।Raja vikramaditya And Maa Baglamukhi Katha
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Ganga Saptami 2023 : वर्ष 2023 में श्री गंगा सप्तमी पर्व गुरुवार, 27 अप्रैल को मनाया जा रहा है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को मां गंगा स्वर्ग लोक से शिवशंकर की जटाओं में पहुंची थी। इसलिए इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में ...
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प्रतिवर्ष वैशाख माह में गंगा सप्तमी और ज्येष्‍ठ माह में गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। कहते हैं कि गंगा सप्तमी को गंगा जी भगवान की जटाओं में उतरी और गंगा दशहरा के दिन धरती पर। आओ जानते हैं गंगा दशहरा पर कैसे अवतरित हुई...
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ब्रह्मपुराण के अनुसार बाल्यकाल से ही शनिदेव भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त थे। वे भगवान श्रीकृष्ण के अनुराग में निमग्न रहा करते थे। युवावस्था में उनके पिताश्री ने उनका विवाह चित्ररथ की कन्या से करवा दिया। उनकी पत्नी सती, साध्वी एवं परम तेजस्विनी थी। ...
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Lord Hanuman Birth Story : हनुमान जन्म कथा हमें पुराणों में भिन्न-भिन्न रूप में मिलती है। उनकी माता का नाम अंजनी और पिता का नाम केसरी था। कथा के अनुसार सूर्य के वर से सुवर्ण के बने हुए सुमेरु में केसरी का राज्य था। उसकी अति सुंदरी अंजना नामक स्त्री ...
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हनुमानजी का जन्म त्रेतायुग में हुआ था। इस युग में वामन, परशुराम और भगवान श्री राम का अवतार भी हुआ था। कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि हनुमान जी अपने पिछले जन्म में कौन थे।
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वाल्मीकि रामायण के अलावा दुनियाभर की रामायण में हनुमानजी के संबंध में सैंकड़ों कथाओं का वर्णन मिलता है। उनके बचपने से लेकर कलयुग तक तो हजारों कथाएं हमें पढ़ने को मिल जाती हैं। हनुमानजी को कलयुग का संकट मोचन देवता कहा गया है। एकमात्र इन्हीं की भक्ति ...
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मत्स्य अवतार भगवान विष्णु के प्रथम अवतार है। मछली के रूप में अवतार लेकर भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव-जंतु एकत्रित करने के लिए कहा और पृथ्वी जब जल में डूब रही थी, तब मत्स्य अवतार में भगवान ने उस ऋषि की नाव की रक्षा की। इसके पश्चात ...
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गणगौर की पौराणिक कथा के अनुसार (Gangaur Vrat Story In Hindi) एक बार भगवान शंकर तथा पार्वतीजी नारदजी के साथ भ्रमण को निकले। चलते-चलते वे चैत्र शुक्ल तृतीया के दिन एक गांव में पहुंच गए।
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एक दिन कुन्ती ने उस मंत्र की सत्यता की जाँच करने के लिये एकान्त स्थान पर बैठ कर उस मंत्र का जाप कर सूर्यदेव का स्मरण किया। उसी क्षण सूर्यदेव वहा प्रकट हो कर बोले, “देवी! मुझे बताओ कि तुम मुझ से किस वस्तु की अभिलाषा करती हो। मैं तुम्हारी अभिलाषा ...
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कर्ण ने कृष्ण से पूछा - मेरा जन्म होते ही मेरी माँ ने मुझे त्याग दिया। क्या अवैध संतान होना मेरा दोष था ? द्रौपदी स्वयंवर में मेरा अपमान किया गया। karna krishna aur mahabharat
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चैत्र कृष्ण एकादशी को पापमोचनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता हैं। इस पापमोचनी एकादशी के महात्म्य को पढ़ने तथा सुनने मात्र से समस्त पाप नाश को प्राप्त हो जाते हैं। आइए जानते हैं यहां अप्सरा मंजुघोषा की पौराणिक ...
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Sheetla Mata Worship :धार्मिक मान्यता के अनुसार जिस घर में चैत्र मास के कृष्‍ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि पर शीतला सप्तमी-अष्टमी व्रत करके नियमों का पालन किया जाता है, उस घर में सुख, समृद्धि, शांति, अपार धन, ऐश्वर्य तथा खुशहाली हमेशा बनी रहती है। ...
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Holika Eloji Love Story : होलिका दहन के पर्व पर श्रीविष्णु के प्रिय भक्त प्रहलाद की यह कथा पढ़ी जाती है, यह कथा उनकी बुआ होलिका, पिता हिरण्यकश्यप तथा इलोजी की प्रेम कहानी को दर्शाती है, जिसमें होलिका को अपने भाई की खातिर अपने प्राण गंवाने पड़े थे। ...
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