इस बार बच गई अहमदाबाद की 'आयशा', पति से त्रस्त होकर आत्महत्या करने पहुंची थी रिवर फ्रंट
जो कंधे बमुश्किल स्कूली बस्ते का बोझ उठा पाते थे, उसी कच्ची उम्र में जुवैदा (काल्पनिक नाम) का निकाह कर दिया गया। उम्र 14 साल ही थी। इस उम्र में शादी के सपने सजाना तो दूर देखे भी नहीं होंगे। पति के हाथ में जुवैदा का हाथ मां-बाप ने बड़ी हसरत से सौंपा होगा। आज उसी पति की प्रताड़ना से तंग आकर उसने जान देने का मन बना लिया और पहुंच गई साबरमती रिवर फ्रंट पर। खुशकिस्मती से वहां कुछ लोग मौजूद थे। इससे पहले कि वह नदी में कूदती उसे बचा लिया गया।
लोग भूले नहीं होंगे। लगभग साल भर पहले फरवरी 2021 में अहमदाबाद में ही नदी के किनारे ऐसा ही वाकया सामने आया था, तब पति से पीड़ित आयशा आरिफ खान नामक एक युवती हंसते-हंसते नदी में समा गई थी। उसने अपना वीडियो भी बनाया था। उसने कहा था- मैं अल्लाह से मिलूंगी तो पूछूंगी कि मुझसे गलती कहां हुई। यह भी कहूंगी कि दुबारा इंसानों की शक्ल न दिखाए।
जुवैदा किस्मतवाली (?) रही कि उसे लोगों ने बचा लिया। बताया जा रहा है कि शुक्रवार दोपहर एक युवती को रिवरफ्रंट पर आत्महत्या करने के लिए दौड़ रही थी।
इससे पहले की महिला कूद पाती लोगों ने दौड़कर उसे बचा लिया और उसे रिवरफ्रंट थाने ले गए। वहां उसे समझाने की कोशिश की गई। उसकी काउंसलिंग की गई। पूछताछ में उसने बताया कि वह दरियापुर के नगीना पोल की रहने वाली है।
मूल रूप से राजस्थान के टोंक की रहने वाली महिला ने बताया कि पति से परेशान होकर वह आत्महत्या करने पहुंची थी। शादी हुई जब उसकी उम्र मात्र 14 साल थी। पति दो दिन से कुरान शरीफ की कसम खाने को कहता है और कहता है कि अब चली गई तो कभी वापस मत आना।
संयोग भी देखिए आयशा भी मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली थी और जुवैदा भी। इस बीच, आयशा सुसाइड मामले में पति आरिफ को अहमदाबाद सेशंस कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई गई है। आयशा ने 25 फरवरी, 2021 में साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।