जिससे शादी होने वाली थी उसी को अरेस्ट कर लिया इस दबंग महिला अफसर ने, कारण जानकर कहेंगे... वाह, शाबाश!
इस महिला अफसर की बहुत चर्चा हो रही है, क्योंकि इसने उसी शख्स को गिरफ्तार कर लिया, जिससे उसकी शादी होने वाली थी। अब इस महिला अधिकारी की चारों तरफ चर्चा और तारीफ हो रही है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
दरअसल, असम की महिला सब इंस्पेक्टर ने शादी से पहले अपने ही मंगेतर को अरेस्ट कर लिया। आरोप है कि मंगेतर ने नकली पहचान के साथ शादी की कोशिश की थी। साथ ही अन्य लोगों से ठगी भी की थी।
मामले की जांच पड़ताल के बाद सब इंस्पेक्टर ने अपने मंगेतर को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार शाम को नगांव कोर्ट में आरोपी को पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
मामला असम के नगांव जिले का है। नागांव थाने की महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सब इंस्पेक्टर जोनमणि राभा ने अपने मंगेतर राणा पगग को फर्जी पहचान के साथ शादी की कोशिश करने, कथित तौर पर ठगी करने के अलावा लाखों रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जोनमनी राभा ने कहा कि माजुली में पोस्टिंग के दौरान वह जनवरी 2021 में पगग से मिली। इस दौरान पगग ने कथित तौर पर खुद को ONGC का जनसंपर्क अधिकारी बताया। मुलाकात के कुछ दिनों बाद पगग ने जोनमनी को शादी का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसके बाद जोनमनी और पगग दोनों के परिवार मिले और दोनों ने अक्टूबर 2021 में सगाई कर ली और नवंबर 2022 में उनकी शादी तय कर दी गई।
2022 की शुरुआत में जोनमनी को पगग की काम करने की शैली पर संदेह होने लगा, क्योंकि जोनमनी ने खुद पब्लिक रिलेशन की डिग्री ली है। उसका संदेह मंगलवार को उस समय विश्वास में बदल गया जब वह तीन लोगों से मिली। तीनों लोगों ने जॉनमनी को बताया कि पगग ने कॉन्ट्रैक्ट देने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी की है। मामले की जांच पड़ताल के बाद जॉनमनी को पता चला कि पगग ONGC के साथ कोई काम नहीं करता है।
जॉनमनी ने जांच पड़ताल के दौरान ये भी पाया कि पगग एक एसयूवी का इस्तेमाल करता था, जिसे उसने किराए पर लिया था। वह अपने साथ एक निजी सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर भी रखता था, ताकि लोगों को लगे कि वह हाई प्रोफाइल अधिकारी है।
जॉनमनी राभा ने कहा कि मैंने उसकी (मंगेतर) वास्तविकता जानने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की। हमने कई मुहरें, फर्जी आईडी प्रूफ, आपत्तिजनक दस्तावेज, एक लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और चेक बुक बरामद किए हैं। मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं और मुझे कोई पछतावा नहीं है।
मैं असम के लोगों को कड़ा संदेश देना चाहती हूं कि अगर वे कुछ गलत करते हैं तो मैं किसी को नहीं बख्शूंगी, यहां तक कि मेरे अपने परिवार के सदस्यों को भी नहीं।