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1978 के बाद जबसे ज्यादा स्तर
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बाढ़ का खतरा मंडराया
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केजरीवाल बोले- निचले इलाकों को करें खाली
Delhi flood update :मूसलाधार बारिश के बाद दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। हरियाणा से पानी छोड़े जाने से यमुना नदी उफान पर है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बुधवार रात करीब 10 बजे तक 208.05 मीटर तक पहुंच गया। इसके बाद यमुना बाजार की दीवार से पानी रिसने लगा है। गुरुवार सुबह तक यमुना का जलस्तर 208.30 मीटर तक पहुंच सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री को पत्र लिखा, वहीं राज्यपाल ने डीडीएम की बैठक बुलाई है। सभी निचले इलाके में एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई है।
धारा 144 लगाई : बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। इस धारा के तहत चार से अधिक लोगों के एक ही स्थान पर एकत्रित होने पर रोक होती है।
स्कूल बंद : दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण एमसीडी के शिक्षा विभाग ने सिविल लाइन्स ज़ोन के निचले इलाकों में 10 स्कूल, शहादरा साउथ ज़ोन में 6 स्कूल और शहादरा नॉर्थ ज़ोन में 1 स्कूल को 13 जुलाई तक बंद करने का फैसला किया है। इन स्कूलों के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
राज्यपाल ने बुलाई डीडीएमए बैठक : दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर गुरुवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है। राज निवास के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यमुना नदी का जलस्तर बुधवार को बढ़कर 207.83 मीटर पर पहुंच गया था। यह 1978 के बाद यहां यमुना में पानी का सबसे ज्यादा स्तर है, जिसके कारण डूब क्षेत्र में आने वाले इलाकों में पानी बढ़ गया है।
सक्सेना ने यमुना नदी का निरीक्षण करते कहा कि कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों को तैनात किया गया है और निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को निकाला जाएगा।
सक्सेना ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दिनों में यमुना का जलस्तर कम हो जाएगा, क्योंकि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाना कम हो गया है।
एनडीआरएफ की तैनाती : सक्सेना ने कहा कि एनडीआरएफ की कई टीम तैनात कर दी गई हैं। कोई भी प्रभावित क्षेत्र अछूता नहीं रहेगा और हम सभी को सहायता प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि पहले कुछ लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अनिच्छुक थे, लेकिन अब उन्होंने स्थानांतरित होने की इच्छा व्यक्त की है और उनकी मदद की जा रही है।
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के जिला मजिस्ट्रेट और उपायुक्तों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं और 'हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं'।
उन्होंने कहा कि हरियाणा ने यमुना में पानी छोड़ना कम कर दिया है, क्योंकि राज्य को नदी के ऊपरी हिस्से से कम मात्रा में पानी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हथिनीकुंड में एक बैराज है और यह जलाशय नहीं है।
उपराज्यपाल ने कहा कि पानी जमा नहीं किया जा सकता और उसे छोड़ना होगा। उन्होंने बैराज से कम पानी छोड़े जाने का जिक्र करते हुए कहा कि परसों स्थिति में सुधार होगा।
जल स्तर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुचने के बाद, केजरीवाल ने केंद्र सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया कि यमुना का जलस्तर और न बढ़े।
केजरीवाल ने शाह को लिखा पत्र : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री को पत्र लिखा, वहीं राज्यपाल ने डीडीएम की बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में, केजरीवाल ने अनुरोध किया, यदि संभव हो तो हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से पानी सीमित गति में छोड़ा जाए।
केजरीवाल ने गृहमंत्री शाह का ध्यान आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन की ओर आर्कषित करते हुए लिखा कि दिल्ली कुछ हफ्तों में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाली है।
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में बाढ़ की खबर से दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। हम सबको मिलकर दिल्ली के लोगों को इस स्थिति से बचाना होगा।
यातायात जाम : दिल्ली में यमुना जलस्तर बढ़ने से मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच के हिस्से सहित व्यस्त रिंग रोड के कुछ हिस्सों में जलजमाव के कारण भारी यातायात जाम देखने को मिला।
चंदगी राम अखाड़ा और कश्मीरी गेट के बीच का यातायात भी जलभराव से प्रभावित हुआ है। भैरों मार्ग टी-प्वाइंट भी जलमग्न हो गया है और पीडब्ल्यूडी विभाग पानी निकाल रहा है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों के अनुसार, रिंग रोड पर तीन स्थानों - मॉनेस्ट्री बाजार और आईएसबीटी कश्मीरी गेट, लोहा पुल और मजनू का टीला तथा वजीराबाद के बीच जलजमाव की सूचना मिली थी।
रेत की बोरियां लगाईं : पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा कि सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने यमुना के पानी को रोकने के लिए रेत की बोरियां लगा दी हैं। जलजमाव खत्म करने के लिए पीडब्ल्यूडी की कई टीम मोबाइल पंपों का इस्तेमाल कर रही हैं। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma