पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले को लेकर पटना और अन्य जगहों पर राजद के कई नेताओं के आवासों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की तलाशी को गुरुवार को प्रतिशोध की राजनीति करार किया।
यादव ने कहा, मुझे आश्चर्य हुआ जब कुछ समाचार चैनलों ने गुरुग्राम के एक मॉल को मेरा बताया। मैंने जो जानकारी इकट्ठा की है वह यह है कि यह एक मॉल है जिसका उद्घाटन हरियाणा के कुछ भाजपा नेताओं ने किया था।
यादव ने कहा, ये मीडिया चैनल झूठी खबरें गढ़ने में लगे रहते हैं। उन्हें कुछ शोध करना चाहिए। मेरे पास गुरुग्राम स्थित मॉल के मालिकों या भागीदारों के नाम से संबंधित दस्तावेज हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान मीडियाकर्मियों के बीच कुछ उक्त मॉल को लेकर कुछ दस्तावेज भी वितरित किए।
सीबीआई ने बुधवार को बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन के विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने से कुछ घंटे पहले जमीन के बदले नौकरी घोटाले के सिलसिले में पटना और अन्य जगहों पर राजद के कई नेताओं के आवासों पर छापेमारी की थी।
यह आरोप लगाया गया है कि रेलमंत्री के रूप में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के कार्यकाल के दौरान रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को जमीन के बदले में नौकरी दी गई थी।
उन्होंने कहा, मुझे कहना होगा कि दिल्ली में बैठे भाजपा नेता बिहार की भावना को नहीं समझते हैं। वे (केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार) अपने तीन जमाई (दामाद) सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग की मदद से विपक्षी सरकारों को परेशान करने की कोशिश करते हैं। इस तरह की धमकी यहां काम नहीं करती है।
यादव ने कहा, जब भाजपा राज्य में सत्ता में होती है तो पार्टी शासन को मंगल राज कहती है और जब वे सत्ता से बाहर होते हैं तो वे इसे जंगल राज कहते हैं। यह सब प्रतिशोध की राजनीति है। मेरे खिलाफ एक मामला 2017 में भी था लेकिन कुछ भी साबित नहीं हुआ। अब भारतीय रेलवे में यह भूमि के बदले नौकरी घोटाला फिर से सामने आया है।
तेजस्वी फर्जी यादव, नित्यानंद राय असली : बिहार में भाजपा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को गुरुवार को फर्जी यादव बताया और आरोप लगाया कि वह भेड़ चराने वाले समाज से ताल्लुक रखते हैं लेकिन खुद को भगवान कृष्ण का वंशज बताते हैं।
राज्य भाजपा के प्रवक्ता और ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने युवा राजद नेता द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के जवाब में उन पर पलटवार करते हुए कहा, तेजस्वी को यादव समाज की बात करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
उनको यादव समाज की बात करने का हक नहीं क्योंकि वह भेड़ चराने वाले समाज से हैं जबकि नित्यानंद राय गोपालक, गौवंशी और भगवान श्रीकृष्ण के असली वंशज हैं। बिहार की जनता को पता है कि असली यादव कौन है। आनंद ने कहा की तेजस्वी हताश, निराश, परेशान हैं और बदहवासी में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यादव ने किसी का नाम लिए बिना कहा था, एक केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे और बिहार में एक खेला की योजना बना रहे थे। आनंद ने कहा, तेजस्वी गीदड़ भभकी किसी दूसरे को दें, क्योंकि कोई भी असली यादव का बेटा किसी फर्जी यादव की गीदड़ भभकी से नहीं डरता है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर भाजपा बिहार में सत्ता हासिल करती तो वह यादवों जो राज्य में सबसे अधिक आबादी वाला और राजनीतिक रूप से मुखर जाति समूह है पर अपनी पकड़ बनाने के लिए राय को मुख्यमंत्री बना सकती है।(भाषा)