शनिवार, 27 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Locust Squad plans could not succeed in Korea district
Written By
Last Modified: सोमवार, 1 जून 2020 (17:50 IST)

कोरिया जिले में सफल नहीं हो सके टिड्डी दल के मंसूबे, कर्नाटक हुआ बेफिक्र

कोरिया जिले में सफल नहीं हो सके टिड्डी दल के मंसूबे, कर्नाटक हुआ बेफिक्र - Locust Squad plans could not succeed in Korea district
रायपुर। छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में बसे कोरिया जिले में टिड्डी दल ने वहां के वन क्षेत्र में प्रवेश किया लेकिन जिले के अधिकारियों ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश से टिड्डों के दल ने कोरिया जिले के वन क्षेत्र में प्रवेश किया था। कृषि विभाग ने इससे बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करना प्रारंभ किया, तब यह दल वापस लौट गया।
राज्य के कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक एमएस केरकेट्टा ने बताया कि रविवार को टिड्डों का एक छोटा दल मध्यप्रदेश के सीधी जिले की तरफ से कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत मानिकतरई और ज्वारिटोला गांव की ओर आया था। उन्होंने बताया कि टिड्डी यह छोटा दल था और लगभग 300 मीटर तक भीतर आया था। 
 
केरकेट्टा ने बताया कि चूंकि टिड्डी दल के संभावित खतरे को देखते हुए विभाग को पहले से ही सतर्क कर दिया गया था, इसलिए जैसे ही दल ने प्रवेश किया दमकल वाहनों की मदद से उन पर कीटनाशकों का छिड़काव शुरू कर दिया गया, इससे अधिकांश कीड़ों की मौत हो गई तथा कुछ वापस लौट गए।
 
उन्होंने बताया कि वन क्षेत्र होने के कारण यहां फसलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और न ही क्षेत्र में वृक्षों को भी नुकसान हुआ है। अधिकारी ने बताया कि राज्य के प्रत्येक जिले में टिड्डी दल के हमले से निपटने के लिए कृषि, बागवानी, वन तथा राजस्व विभाग का संयुक्त दल बनाया गया है। दल राज्य के महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा में लगातार निगरानी कर रहा है।
केरकेट्टा ने बताया कि राज्य में पिछले 58 वर्षों में पहली बार है कि राज्य के सरगुजा क्षेत्र में टिड्डी दल ने प्रवेश किया है। अधिकारी ने बताया कि केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र ने पिछले सप्ताह राज्य के कृषि विभाग के अधिकारियों और किसानों को इन टिड्डियों के प्रति सचेत रहने तथा उचित कदम उठाने के लिए कहा था।
 
उन्होंने बताया कि किसानों को अपनी फसलों और पेड़ों की रक्षा करने की सलाह दी गई है तथा सभी सीमावर्ती जिलों में कीटनाशक के छिड़काव के लिए स्प्रेयर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही ग्रामीणों को थालियों, टिन के बक्से और ध्वनि पैदा करने वाले यंत्रों से इन टिड्डियों को भगाने के लिए शोर मचाने की सलाह दी गई है।
 
कर्नाटक में किसानों को डरने की जरूरत नहीं : कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने सोमवार को टिड्डियों के हमले की आशंका से डरे किसानों से कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि टिड्डी दल दूसरे राज्यों की तरफ मुड़ गए हैं। कई उत्तरी राज्यों में टिड्डियों के हमलों के मद्देनजर, कर्नाटक के किसान खासकर उत्तर कर्नाटक क्षेत्र के बीदर और कलबुर्गी के किसान बहुत चिंतित थे।
पाटिल ने कहा कि वह देश में टिड्डियों के हमले की खबर से काफी चिंतित थे। यह भी डर था कि यह बीदर, कलबुर्गी या यादगिरी तक पहुंच सकते हैं और हमने उसी के अनुसार तैयारी भी की थी, लेकिन सौभाग्य से वे दूसरे राज्यों की तरफ बढ़ गए।