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Written By सुरेश एस डुग्गर
Last Modified: मंगलवार, 28 जून 2016 (18:22 IST)

कश्मीर में सुरक्षाबलों पर और हमलों की चेतावनी

Jammu and Kashmir
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के तीन दिनों के बाद खुफिया एजेंसियों ने आगाह किया है कि कुलगाम जिले में लश्करे तौयबा का नया आप्रेशनल कमांडर माजिद जरगर आने वाले दिनों में ताजा फिदायीन हमले कर सकता है। गौर हो कि पुलवामा जिले में बीते शनिवार को दो आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था, जिससे आठ सीआरपीएफ कर्मी शहीद हो गए और कम से कम 25 अन्य घायल हो गए। 
इतना जरूर था कि शनिवार को पंपोर में सीआरपीएफ की बस पर जो हमला हुआ, वो सुरक्षाबलों की असावधानी का नतीजा था? गृह मंत्रालय मानता है कि इस मामले में चूक हुई, जबकि सीआरपीएफ की राय कुछ और है।
 
जांच में सामने आया है कि पंपोर में हमला करने से पहले लश्कर के दो फिदायीन लगभग छह घंटे श्रीनगर शहर में घूमते रहे। पुलिस हाई अलर्ट पर थी। क्योंकि इनपुट के मुताबिक उस दिन शहर में हमला होने वाला था। जिस ऑल्टो में आतंकी सवार थे उसने कई नाके क्रॉस किए लेकिन हमले के बाद वो कार मौका-ए-वारदात से फरार होने में कामयाब रही। सारी एजेंसियां अलर्ट रहीं लेकिन पता नहीं लगा पाई कि कार कहां गई।
 
जानकारी के मुताबिक लोकल पुलिस कह रही है कि हमलावरों की कार मुख्य सड़कों पर नहीं, भीतरी रास्तों से पंपोर पहुंची और जल्द ही कार की पहचान हो जाएगी। लश्कर के इस फिदायीन दस्ते में कुछ और आतंकी हैं जिनकी तलाश जारी है और जांच में सामने आया है कि ये पूरा गुट ताजा घुसपैठ में भारत में दाखिल हुआ है।
 
अब एजेंसियां एक-दूसरे पर कोताही का इल्जाम लगा रही हैं। खुद गृह मंत्रालय मान रहा है कि गड़बड़ी हुई। गृहराज्य मंत्री किरेन रिजीजू का कहना है कि कहीं गड़बड़ी तो हुई है, उसका पता लगाने के लिए हम एक हाई लेवल टीम श्रीनगर भेज रहे हैं। उसकी रिपोर्ट आने दो। आगे ऐसा ना हो इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
 
लश्कर के कुछ फिदायीन (घुसपैठियों के उसी समूह के जिसने पंपोर हमले को अंजाम दिया) को माजिद जरगर के पास भेजा गया है ताकि कश्मीर घाटी में मौका मिलने पर और हमलों को अंजाम दिया जा सके। खुफिया एजेंसियों ने यह भी आगाह किया है कि लश्कर के जिस यूनिट ने सीआरपीएफ पर हमले को अंजाम दिया, वह सैन्य ठिकानों पर फिदायीन हमलों की तैयारी में जुटा है।
 
गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है और सेना, राज्य पुलिस और खुफिया सेवाओं को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने सभी एजेंसियों से आपस में बेहतर तालमेल बनाकर रखने का भी निर्देश दिया है और संयुक्त आप्रेशन में किसी तरह की चूक को दूर करने को भी कहा है।
 
लेकिन सीआरपीएफ के मुताबिक सब कायदे कानून फालो किए गए। सीआरपीएफ के डीजी दुर्गा प्रसाद का कहना है कि हमने सब कायदों का पालन किया था इसीलिए उन पर दुबारा से विचार किया जा रहा है। सीआरपीएफ के मुताबिक पाकिस्तान बहुत हार्ड कोर ट्रेंड आतंकी भारत भेज रहा है। जो दो मारे गए उनसे भी 11 पाकिस्तानी ऑर्डिनेंस की ग्रेनेड और 12 मैगजीन बरामद हुई।
 
खुफिया जानकारी के मुताबिक, लश्करे तौयबा श्रीनगर को ट्रांजिट पॉइंट के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। सीआरपीएफ बस पर हुए हमले को लेकर एजेंसिया एक-दूसरे पर कोताही बरतने का आरोप लगा रही हैं। 
 
जहां गृह मंत्रालय मानता है कि इस मामले में चूक हुई, वहीं सीआरपीएफ का कहना है कि सभी नियम-कायदों का पालन किया गया। कुछ और आतंकियों के घाटी में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। लश्कर के इस फिदायीन दस्ते में कुछ और आतंकी हैं, जिनकी तलाश जारी है।
 
गौर हो कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने भी बीते दिनों कहा कि सुरक्षाबलों की ओर से चूक हुई जिसकी वजह से दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि चूकें हुई हैं। एक दल जांच के लिए वहां गया है। उसकी रिपोर्ट का इंतजार कीजिए। लेकिन यह पक्का है कि प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। हालांकि सीआरपीएफ महानिदेशक के दुर्गाप्रसाद ने कहा है कि स्थापित मानक प्रक्रिया का उनके कर्मियों ने पूरी तरह पालन किया।
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