पश्चिम बंगाल में जुकाम, बुखार से पीड़ित शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल नहीं आने के निर्देश
कोलकाता। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच पश्चिम बंगाल के स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को खांसी, सर्दी या हल्का बुखार होने पर स्कूलों में नहीं आने और जांच कराने के लिए कहा है।
राज्य में लगभग छह महीने के अंतराल के बाद बुधवार को कोविड-19 के 1,000 से अधिक नए मामले आए। वहीं बृहस्पतिवार को दैनिक मामलों की संख्या 2,000 को पार कर गई। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी सर्दी, खांसी या हल्का बुखार होने पर संस्थानों में न आएं।
उन्होंने कहा, ऐसे लोगों को कोविड-19 की जांच करानी चाहिए और निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही स्कूल आने की अनुमति दी जाएगी। उन्हें स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट देनी होगी। शिक्षामंत्री ब्रत्य बसु ने पूर्व में कहा था कि कक्षा 9-12 के लिए प्रत्यक्ष कक्षाएं 16 नवंबर को फिर से शुरू हो गई हैं, वहीं राज्य सरकार अगले साल से चरणबद्ध तरीके से निचली कक्षाओं को प्रत्यक्ष तरीके से फिर से शुरू करने पर विचार कर रही है।
हालांकि हाल में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि सरकार स्थिति की समीक्षा करेगी और छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाएगी।(भाषा)
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