कश्मीर में अनलॉक को लेकर असमंजस की स्थिति, बिना वैक्सीनेशन वाले दुकानदार और ड्राइवर रहेंगे घरों में
जम्मू। एक महीने के लॉकडाउन के उपरांत कश्मीर में अनलॉक को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यही नहीं, प्रशासन का निर्देश पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहन चालकों और दुकानदारों के लिए गले की फांस बन गया है।
दरअसल, कश्मीर वादी में प्रशासन ने रोटेशन के आधार पर दुकानें खोलने की अनुमति देने के साथ ही एक अजीब-सी शर्त रख दी कि जिन दुकानदारों ने वैक्सीनेशन करवा ली हुई है, वे ही अपनी दुकानें खोल सकते हैं। इसी प्रकार का आदेश मेटाडोर तथा बस चालकों के लिए भी जारी किया गया है।
यही कारण था कि कश्मीर वादी में आज सोमवार को अनलॉक के निर्देशों के बावजूद कई इलाकों में अनुमति के बावजूद दुकानें नहीं खुली थीं और कई इलॉकों में न ही बसें चल पाई थीं और न ही मेटाडोर। हालांकि प्रशासन ने यात्री बसों व मेटाडोरों के लिए चालकों व कंडक्टरों के लिए वैक्सीनेशन की शर्त तो रखी थी, पर यह स्पष्ट नहीं था कि दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी वैक्सीनेशन जरूरी है। यही नहीं, इस शर्त के मुताबिक दुकान खोलने व वाहन चालकों के लिए दोनों इंजेक्शन लगावाने जरूरी हैं या एक से ही काम चल जाएगा, इसके प्रति भी कोई स्पष्टीकरण नहीं था।
इतना जरूर था कि प्रदेश में जम्मू संभाग में ऐसा कोई निर्देश नहीं होने के कारण अनलॉक के पहले ही दिन रोटेशन के आधार पर दुकानें व बाजार खुले थे और इक्का-दुक्का यात्री बसें व मेटाडोर भी नजर आई थीं। अनलॉक का पहला दिन होने के कारण बाजारों में भीड़ देखी जा रही थी और साथ ही लापरवाही भी। यह लापवरावाही लोगों द्वारा मास्क न पहनने से सामने आ रही थी।