मुंबई में इमारत ढही, 34 की मौत
मुंबई। दक्षिण मुंबई के भिंडी बाजार में सौ वर्ष से अधिक पुरानी और जर्जर पांच मंजिला हुसैनी इमारत के मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या 34 हो गई है।
मुंबई पुलिस की प्रवक्ता रश्मि करांदिकर ने शुक्रवार सुबह बताया कि इस हादसे में अब तक 34 लोगों की मौत हुयी है और 15 लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। मलबे में अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार सुबह साढे आठ बजे यह इमारत ढह गई थी। अब तक साठ लोगों को मलबे से निकाला गया है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक बड़ा हादसा टल गया क्योंकि इस घटना के दो घंटे बाद ही इस इमारत में चलने वाले नर्सरी सह प्ले समूह के खुलने का समय था जिसमें एकसाथ 25 मासूम बच्चे रहते हैं। इस प्रकार घटना के दो घंटे पहले हो जाने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।
बीएमसी की एक बुलेटिन के मुताबिक इस इमारत में एक खाली गोदाम है और कुल 10 किराएदार हैं। यह इमारत महाराष्ट्र भवन और क्षेत्र विकास निगम की ओर से सेस पर दी गई इमारत है जो सैफी बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट रिडेवलपमेंट (एसबीयूटी) परियोजना का हिस्सा है।
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, 'खतरनाक इमारत को 2011 में ही खाली करने का नोटिस दिया गया था। उसमें रह रहे लोगों को एसबीयूटी परियोजना के लिए भी घर खाली करने को कहा गया था लेकिन किसी ने चेतावनियों की परवाह नहीं की।' दमकल अधिकारियों के अनुसार इमारत के दो हिस्से पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं।
इस वर्ष 26 जुलाई को घाटकोपर में चार मंजिला इमारत गिरने से 17 लोग मारे गए थे। इस इमारत में करीब 12 परिवार रहते थे। (वार्ता)