Bhuvaneshwar crime news : मानवता को शर्मसार करने वाले इस मामले में पुलिस कर्मियों ने कैप्टन को हवालात में डालकर, उसके साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया तथा महिला का यौन उत्पीड़न किया। ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने इस मामले की जांच के लिए अपराध शाखा को नियुक्त किया है। इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
क्या था मामला : मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने में 15 सितंबर को हुई। पश्चिम बंगाल में तैनात सेना के अधिकारी और उनकी मंगेतर ने रविवार को भरतपुर थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ स्थानीय युवकों ने उन्हें परेशान किया था।
थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर सैन्यकर्मी और महिला का पुलिसकर्मियों से झगड़ा हो गया। इस पर कैप्टन को पुलिस ने पकड़कर लॉकअप में डाल दिया। जब महिला ने विरोध किया महिला को भी पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसका यौन उत्पीड़न किया गया। गुरुवार को महिला को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। महिला वर्तमान में एम्स (भुवनेश्वर) में उपचार करा रही हैं।
क्या बोले पीड़िता के पिता : पीड़िता के पिता ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने झूठी कहानी गढ़कर मेरी बेटी को गिरफ्तार किया। हिरासत में मेरी बेटी का यौन उत्पीड़न किया गया। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के निशान हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने न केवल अपराध किया है, बल्कि उनके कृत्य को जघन्य अपराध कहा जा सकता है। उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
ओडिशा के पूर्व मुख्य सचिव बिजय कुमार पटनायक ने कहा कि पुलिस को लड़की की पिटाई करने का अधिकार किसने दिया? अगर रात में गश्त के लिए पुलिस नहीं है, तो सरकार क्या कर रही है? विभिन्न योजनाओं पर इतना पैसा खर्च किया जा रहा है, लेकिन सार्वजनिक सुरक्षा पर पैसा क्यों नहीं खर्च किया जा रहा है।
क्या बोले मुख्यमंत्री : भुवनेश्वर के एक पुलिस थाने में कथित तौर पर सैन्य अधिकारी को प्रताड़ित करने और उसकी मंगेतर का यौन उत्पीड़न करने के मामले पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि उनकी सरकार मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठा रही है। इसे लेकर कोई चिंता नहीं होनी चाहिए।
मामले पर सियासी बवाल : कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, ओडिशा में घटित भयावह घटना ने देश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस से मदद मांगने गए एक सैन्य अधिकारी को बेरहमी से पीटा गया और उनकी मंगेतर को हिरासत में उत्पीड़ित किया गया। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है।
राहुल ने सवाल किया कि जब सरकारी तंत्र के ही भीतर अन्याय पनपता और शरण पाता है, तो आम नागरिक सहायता की आस किससे लगाए। इस घटना के सभी दोषी सख्त से सख्त कानूनी सजा के पात्र हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर आज भारत की जनता, खास कर महिलाओं के समक्ष न्याय और सुरक्षा की मिसाल पेश करने की दरकार है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ओडिशा की घटना को लेकर एक्स पोस्ट किया, ओडिशा में पुलिस से मदद मांगने गए सेना के ऑफिसर की मंगेतर के साथ पुलिस ने जिस तरह बर्बरता और यौन हिंसा की, उससे पूरा देश स्तब्ध है। ऐसे हालात में देश की महिलाएं सुरक्षा और न्याय के लिए क्या करें, कहां जाएं?
ओडिशा पुलिस ने बुधवार को भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने में एक सैन्य अधिकारी पर कथित हमले और उसकी मंगेतर के साथ यौन दुर्व्यवहार करने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
Edited by : Nrapendra Gupta