कुख्यात डकैत रामबाबू गडरिया ढेर
मध्यप्रदेश का दुर्दांत डकैत रामबाबू गडरिया मंगलवार तड़के शिवपुरी जिले के आमखो-बक्सनपुर के जंगलों में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उसकी गिरफ्तारी पर पाँच लाख रुपए का इनाम घोषित था।पुलिस महानिरीक्षक सरबजीतसिंह के अनुसार ग्वालियर संभाग के शिवपुरी जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर आमखो-बक्सनपुर के जंगलों में हुई मुठभेड में रामबाबू मारा गया।इसके साथ मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में आंतक का पर्याय बने इस गिरोह का एक तरह से सफाया हो गया है। इस गिरोह की कमान गडरिया तथा उसके भाई दयाराम तथा रामबाबू गडरिया के हाथ में रहती थी। दयाराम गडरिया गत वर्ष अगस्त में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उस पर भी पाँच लाख रुपए का इनाम था।अनेक जघन्य वारदातों को अंजाम देने वाले इस गिरोह की कार्यप्रणाली बेहद क्रूर थी। मुखबिरी की आशंका में गडरिया गिरोह ने बेहमई कांड की याद दिलाने वाले नृशंस नरसंहार में ग्वालियर जिले के भँवरपुरा में 13 ग्रामीणों को लाइन से खड़ा कर गोलियों से भून दिया था।अपहरण और हत्या की अनेक वारदातों को अंजाम देने वाले इस गिरोह को नेस्तनाबूद करना हाल के वर्षों में मध्यप्रदेश पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। रामबाबू तथा उसके भाई दयाराम सहित पूरे गिरोह पर 15 लाख रुपए का इनाम घोषित था।गडरिया गिरोह के सफाए के साथ ही इस क्षेत्र में अब कोई बड़ा डकैत गिरोह नहीं रह गया है। अभी कुछ समय पूर्व ही मध्यप्रदेश पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मुरैना जिले में कुख्यात डकैत जगजीवन परिहार को उसके गिरोह के पाँच सदस्यों के साथ करीब 18 घंटे तक चली मुठभेड़ में मार गिराया था।बड़ी उपलब्धि : मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक आनंद राव पवार ने गडरिया की मुठभेड़ में मृत्यु को पुलिस बल की शानदार उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में शामिल संबंधित पुलिस अधिकारी और जवान इसके लिए बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि नियमानुसार ऐसे पुलिस अधिकारियों तथा जवानों को पुरस्कार तथा अन्य सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी।