Last Modified: लखनऊ ,
गुरुवार, 18 अगस्त 2011 (21:05 IST)
उत्तर प्रदेश में नदियां उफान पर
उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते उफनाई घाघरा, शारदा और गंगा समेत अनेक नदियां कहर बरपा रही हैं और उनकी बाढ़ के चलते हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ा है और सैकड़ो हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है।
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में वष्राजनित हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में शारदा पलियाकलां और शारदानगर में, घाघरा एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) तथा अयोध्या में, गंगा बलिया में, यमुना मावी में और रामगंगा मुरादाबाद में खतरे के निशान से उपर बह रही हैं।
उधर, गंगा का जलस्तर फरुखाबाद, कन्नौज, रमाबाई नगर और कानपुर में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच चुका है। इसके अलावा रामगंगा डाबरी (शाहजहांपुर) में, यमुना मथुरा में, सई नदी लखनऊ में, घाघरा कतर्नियाघाट और तुर्तीपार (बलिया) में, राप्ती भिनगा (श्रावस्ती) में तथा गण्डक खड्डा (कुशीनगर) में लाल चिहन के आसपास बह रही हैं।
बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार घाघरा का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है और एल्गिन चरसड़ी बांध और रिंग बांध को काटकर तबाही मचाने वाली यह नदी अब सूरतगंज तथा रामनगर की तराई की तरफ बढ़ रही है।
घाघरा की बाढ़ के चलते करीब 15 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर शिविरों में रहना पड़ रहा है। (भाषा)