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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : शुक्रवार, 31 जनवरी 2020 (12:43 IST)

Budget Ground Report : बजट से कुलियों को भी मोदी सरकार से है अच्छे दिन की आस

Budget Ground Report : बजट से कुलियों को भी मोदी सरकार से है अच्छे दिन की आस - Union Budget 2020 : Coolie Demands in Rail Budget 2020
एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करने जा रही है। वित्त मंत्री संसद में आम बजट के साथ रेल बजट भी पेश करेगी। रेल बजट में मोदी सरकार इस बार रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण  और कई रुटों पर हाईस्पीड ट्रेन सेवा शुरु करने जैसे बड़े एलान कर सकती है। मोदी सरकार रेल बजट में  पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) को बड़े पैमाने पर अपनाने का भी एलान कर सकती है। 
 
पिछले साल में रेल बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि रेलवे में तेजी से विकास और यात्री माल ढुलाई सेवाओं के लिए पीपीपी मॉडल का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार रेलवे के अच्छे दिन लाने के लिए भले ही लगातार बड़ी - बड़ी घोषणा कर रही हो लेकिन दूसरी ओर रेलवे की सबसे खास पहचान माने जाने वाले कुली आज भी मोदी सरकार में अच्छे दिनों के लिए तरस रहे है।
 
भोपाल रेलवे स्टेशन पर मुख्य गेट से एंट्री करते ही पहली नजर गेट के ठीक सामने बड़ी संख्या में बैठे कुलियों पर पड़ती है, इन कुलियों की नजर स्टेशन पर एंट्री करने वाले हर मुसफिर पर टिकी हुई है। वेबदुनिया ने रेल बजट के बारे में जब इन कुलियों से बात करने शुरु की जो पहले वह अपनी पीड़ा बयां करने लगे है। वेबदुनिया से बातचीत में कुली पप्पू राम योगी कहते हैं कि आज कुलियों के समाने अपने परिवार को पालना एक बड़ी चुनौती बन गया है। वह कहते हैं कि ऐसे ही गेट पर बैठे - बैठे उनका पूरा दिन निकल जाता है और कभी कभी तो एक भी काम नहीं मिलता है। 
 
वह कहते हैं कि प्लेटफॉर्म पर गाड़ी रुकते हुए कुली डिब्बे के पास इस आशा के साथ खड़े हो जाते है कि पैसेंजर उतरेगा तो उनका समान मिलेगा लेकिन अब व्हील के पहिए वाले सूटकेस आने से एक बच्चा भी 60 किलो वाला सूटकेस आराम से लेकर चला जाता है। वह कहते हैं कि कुली केवल आज पूछताछ का सेंटर मात्र बनकर रह गया है पैंसेजर उनसे केवल कौन गाड़ी आ रही है और कौन सा डिब्बा कहां लग रहा है इसके बारे में पूछताछ करने उनके पास आता है। 
 
रेल बजट के बारे में बात करने पर कुली पप्पू कहते हैं कि लंबे समय से कुली ग्रुप डी में शामिल करते हुए अपने को रेलवे कर्मचारी का दर्जा देने की मांग कर रहे है लेकिन सालों से उनको केवल आश्वासन ही मिल रहा है। वह कहते हैं कुलियों को न तो समय से वर्दी मिल पा रही है और न ही कोई मेडिकल सुविधा मिल पा रही है, उनको उम्मीद है कि मोदी सरकार इस बार के बजट में उनके लिए कुछ राहत भरे एलान कर सकती है। 
 
28 साल के युवा कुली राधेश्याम चौकसे वेबदुनिया के जरिए पीएम मोदी से निवेदन करते हुए कहते हैं कि कुलियों को ग्रुप डी में प्रमोट किया जाए। वह कहते हैं कि मोदी जी ने चुनाव के समय सबका साथ और सबका विकास का जो नारा दिया था तो अब कुलियों का भी विकास होना चाहिए और हम लोगों D ग्रुप में शामिल किया जाना चाहिए। 
 
23 साल से भोपाल स्टेशन पर कुली का काम कर रहे बाबादीन कहते हैं कि इतने सालों में भोपाल स्टेशन पूरी तरह बदल गया लेकिन कुलियों के जीवन में कोई परिवर्तन नहीं आया लेकिन अब उनको प्रधानमंज्ञी नरेंद्र मोदी से बहुत उम्मीदें है। वह कहते हैं कि मोदी जी ने उनको नौकरी देने का वादा किया है और उनका विश्वास है कि मोदी जी उनको नौकरी जरुर देंगे। 
 
वह कहते हैं कि एक दिन में 100 से डेढ़ सौ रुपए ही दिन भर में कमा पाते है जिसके वह अपने बच्चों को पेट भी नहीं भर पा रहे है। वह कहते हैं कि नौकरी नहीं होने से आज उनके सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है। वेबदुनिया को अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहते हैं जब उन्होंने कुली काम शुरु किया था तो भोपाल स्टेशन पर न एस्केलेटर और न हीं लिफ्ट लेकिन अब एस्केलेटर और लिफ्ट लगने से पैसेंजर आसानी से अपना सामान लेकर प्लेटफॉर्म पर चले आते है जिसके उनको भाड़ा नहीं मिल पाता है।