कितना शुद्ध है महाकुंभ का जल, क्या पीने के लिए है उपयोगी, जानें सच्चाई
Is water at mahakunbh clean: महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु स्नान करते हैं। मान्यता है कि इस पवित्र जल में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मोक्ष मिलता है। लेकिन, जब हम चारों ओर देखें तो नदियों का प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। आस्था के इस महासागर में डुबकी लगाते समय एक सवाल मन में जरूर उठता है कि क्या यह जल वाकई शुद्ध है? आइए आपको बताते हैं सच्चाई।
पानी के सैम्पल की होती है जांच
इस सवाल का जवाब देते हुए मेले के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि संगम के पानी की गुणवत्ता की जांच नियमित रूप से की जाती है। एक विशेष टीम अलग-अलग घाटों से पानी के सैंपल लेकर उनकी जांच करती है।
नियमित जांच और सफाईप्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों से महाकुंभ के पानी को साफ रखने की पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन प्रशासन के साथ-साथ यह श्रद्धालुओं की भी जिम्मेदारी है कि वे पानी को दूषित न करें।
हर दिन संगम के पानी के नमूने लिए जाते हैं और उनकी प्रयोगशाला में जांच की जाती है। इससे यह पता चलता है कि पानी पीने योग्य है या नहीं।
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पानी की जांच: हर दिन संगम के पानी के नमूने लिए जाते हैं और उनकी प्रयोगशाला में जांच की जाती है। इससे यह पता चलता है कि पानी पीने योग्य है या नहीं।
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सफाई अभियान: महाकुंभ के दौरान संगम को साफ रखने के लिए विशेष अभियान चलाए जाते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा फेंके गए फूल, नारियल आदि को नियमित रूप से हटाया जाता है।
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जागरूकता अभियान: लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं।
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सफाई अभियान: महाकुंभ के दौरान संगम को साफ रखने के लिए विशेष अभियान चलाए जाते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा फेंके गए फूल, नारियल आदि को नियमित रूप से हटाया जाता है।
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जागरूकता अभियान: लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं।
प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों से महाकुंभ के पानी को साफ रखने की पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन प्रशासन के साथ-साथ यह श्रद्धालुओं की भी जिम्मेदारी है कि वे पानी को दूषित न करें।