विदेशों में सजा आत्महत्या का बाजार...!
जिंदगी को और लंबा करने की जुगाड़ में लगे इंसानी दिमाग का ही यह भी फितूर है कि अब वह खुद को खत्म करने का बाजार सजा कर बैठा हैं। आत्महत्या को दुनिया के कई देशों में अपराध माना गया है। पर स्विट्जरलैंड में आत्महत्या को कानूनी मान्यता है और वहाँ बकायदा डॉक्टरों की देखभाल में आत्महत्या कराने वाली संस्थाएँ भी हैं। स्विट्जरलैंड में आत्महत्या टूरिज्म को बढ़ावा मिल रहा है। योरप के कई देशों जैसे जर्मनी व ब्रिटेन से हर साल सैकड़ों लोग इन आत्महत्या के केंद्रों पर पूछताछ करने जाते हैं, कुछ इसे अपना भी रहे हैं! कुछ दिन पहले ब्रिटेन के मशहूर संगीतज्ञ सर एडवर्ड डाउंस व उनकी पत्नी ने भी ज्यूरिख शहर जाकर आत्महत्या की थी। इस दौरान उनके पुत्र व पुत्री भी मौजूद रहे। इस घटना के बाद ब्रिटेन में आत्महत्या के इस तरीके को लेकर चर्चाओं का दौर फिर शुरू हो गया। स्विट्जरलैंड में 'डिग्नीटास' नाम की संस्था है जो एक स्विस वकील द्वारा स्थापित की गई है। स्विस कानून में कहा गया है कि कोई भी संस्था तभी किसी की आत्महत्या में सहायक साबित हो सकती है जब आत्महत्या करने का निर्णय स्वयं व्यक्ति का लिया गया हो। इस आसान से कानून के सहारे डिग्नीटास आठ साल से लोगों को आत्महत्या करवा रहा है। गत वर्ष डिग्नीटास ने 840 लोगों को इस बारे में परामर्श दिया जिसमें से 60 फीसद जर्मनी के थे। अक्टूबर 2008 तक ही 100 ब्रिटिश नागरिकों ने यहाँ आत्महत्या की हैं। यह संस्था अपने ग्राहकों से केवल आत्महत्या के लिए करीब ढाई लाख रु. लेती है। जबकि, अंतिम क्रियाओं से लेकर शव घर तक पहुँचाने व अन्य कार्यों के लिए अलग से पैसे लिए जाते हैं। भारतीय मुद्रा में यह राशि पाँच लाख रु. से ज्यादा है।