लालू यादव के बारे में 12 रोचक जानकारियां
1.
लालू प्रसाद का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फूलवरियां गांव में एक यादव परिवार में हुआ था। उन्हें बचपन से ही दूध और दही (माठा) खाने का बहुत शौक है। 2.
लालू प्रसाद बचपन के दिनों में गांव के छोटे बच्चों के साथ गाय और भैंसे चराया करते थे और उनके लिए चारे का व्यवस्था करते थे। ये अलग बात है कि बाद में चारा घोटाले में ही उन्हें जेल जाना पड़ा।3.
लालू प्रसाद यादव परिवार से होने के कारण उन्हें यादव बिरादरी के सभी कार्य करना आता है, जिसमें गायों और भैसों का दूध दूहने के साथ ही दूध-दही बेचना भी शामिल है।
4.
लालू प्रसाद को बिहार का प्रमुख व्यंजन लिट्टी-चोखा तथा सत्तू (मक्के और चने का) खाना बेहद पसंद है। वे जब भी अपने गांव जाते हैं तो इस प्रमुख व्यंजन को खाना नहीं भूलते हैं।5.
लालू प्रसाद पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करते समय ही छात्र राजनीति में आए। जेपी के अनुयायी लालू नीतीश कुमार तथा रामविलास पासवान के राजनीतिक गुरु भी बने।
6. 2003
में बिहार के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद का कहना था कि इतना पानी तो मेरी पाड़ी (भैंस का बच्चा) एक बार में पी जाती है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बाढ़ पर पूछी गई जानकारी के जवाब में यह कहा।7.
लालू प्रसाद अपने भाषणों में देहाती भाषा के शब्दों का प्रयोग बहुत ही ज्यादा करते हैं। देश तथा विदेशा में भी इनके इस तरह के बोलने के स्टाइल पर फिदा है। लोग इन्हें राजनीति का बहुत बड़ा कॉमेडियन भी मानते हैं। देश की मीडिया में भी इनके इस स्टाइल की बहुत ही चर्चा होती है।
8. 2005
लालू प्रसाद केंद्र की सता में यूपीए की सरकार आने के बाद रेल मंत्री बने थे। इसी दौरान उन्होंने रेलवे में तथा रेलवे स्टेशनों पर चाय मिट्टी के बर्तन (कुल्हड़) में बेचना अनिवार्य कर दिया था, जिसके बाद रेलव तथा कुल्लड़ बनाने वाले की काफी कमाई हुई थी। इतना ही नहीं जब तक लालू यादव रेलमंत्री रहे उन्होंने यात्री किराया नहीं बढ़ाया।
9.
लालू यादव तब भी सुर्खियों आए जब उन्होंने कहा था कि वे बिहार की सड़कों को फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे। उन्होंने एक चुनावी सभा में कहा था कि सभी यादवों के घर में एक गाय और भैंस होगी और जब भी मैं यहां आऊंगा तो आप मुझे दूध और दही खिलाना।
10.
देश में एक बहुत ही प्रचलित कहावत है जो 2002 में आई थी जिसमें कहा गया था कि 'जब तक रहेगा समोसे में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू। उस यह कथन बहुत ही ज्यादा प्रचलित हुआ था। हालांकि अब लालू बिहार की सत्ता से बाहर हो चुके हैं। 11. 3
अक्टूबर 2013 को लालू प्रसाद को चारा घोटाले में सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा सुनाने वाले जज पीके सिंह कॉलेज के दिनों में लालू प्रसाद के जुनियर रह चुके हैं। हालांकि लालू प्रसाद को याद नहीं था, जज पीके सिंह ने वेलेंटाइन डे के एक मामले में केस की सुनवाई करते हुए लालू को कॉलेज के दिनों को याद कराया।
12. 2000
में जब बिहार से झारखंड राज्य अलग हो रहा था तब लालू प्रसाद ने कहा था कि झारखंड राज्य मेरी मौत के बाद ही बनेगा। उनके इस बयान के कुछ दिनों बाद ही झारखंड राज्य अलग हो गया था और आज उनके केस का फैसला झारखंड में हुआ और वे झारखंड के जेल में ही रह रहे हैं।