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Last Modified: बुधवार, 18 दिसंबर 2024 (13:47 IST)

अमित शाह के बचाव में क्यों उतरे PM नरेंद्र मोदी, अंबेडकर पर बैकफुट पर भाजपा?

अमित शाह के बचाव में क्यों उतरे PM नरेंद्र मोदी, अंबेडकर पर बैकफुट पर भाजपा? - Why did PM Narendra Modi come to the defense of Amit Shah on his statement on Ambedkar
राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह का संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर को लेकर दिया गया बयान ने सियासी बखेड़ा कर दिया है। कांग्रेस संसद से सड़क तक गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा रही है। बाबा साहेब अंबेडकर पर अमित शाह का बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस पहले से ही संविधान को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है, ऐसे में अब अमित शाह के बयान को लेकर भाजपा पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अमित शाह के अंबेडकर को लेकर दिए बयान पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि अमित शाह ने संसद में आंबेडकर को अपमानित करने के काले अध्याय को एक्सपोज़ किया है। कांग्रेस के आंबेडकर के प्रति पापों की लंबी फ़ेहरिस्त है जिसमें उन्हें दो बार चुनावों में हराना भी शामिल है।

अमित शाह के किस बयान पर मचा बवाल?-मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के द्वारा लगातार  भीमराव अंबेडकर का जिक्र करने पर तंज कसते  हुए कहा कि अभी एक फैशन हो गया है- अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
amit shah

हलांकि गृहमंत्री अमित शाह के यह बयान उनके भाषणा का छोटा हिस्सा था। राज्यसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि आंबेडकर ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफ़ा क्यों दे दिया? उन्होंने कई बार कहा कि वह अनुसूचित जातियों और जनजातियों के साथ होने वाले व्यवहार से असंतुष्ट हैं. उन्होंने सरकार की विदेश नीति से असहमति जताई थी अनुच्छेद 370 से भी सहमत नहीं थे. आंबेडकर को आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ, इसलिए कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया था।

संसद में विपक्ष का प्रदर्शन- गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए बयान पर आज संसद परिसर में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों विरोध प्रदर्शन किया और शाह से माफी की मांग की। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, द्रमुक नेता टी.आर. बालू और कई विपक्षी सांसद बाबा साहेब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए। विपक्षी दलों के सांसद एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। विपक्षी दलों ने 'जय भीम' और 'बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए।

अंबेडकर पर दिए बयान पर घिर गए अमित शाह?-गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए बयान को कांग्रेस ने हाथों-हाथों ले लिया है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग मनुस्मृति में विश्वास करते हैं, वे निश्चित रूप से आंबेडकर से असहमत होंगे। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष व राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अमित शाह ने कल सदन में जब बाबासाहेब अंबेडकर जी का नाम लेकर बयान दिया, तब मैंने हाथ उठाकर बोलने की इजाजत मांगी थी। लेकिन मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया। उस समय हम सब सहयोग की भावना से चुपचाप बैठे रहे, क्योंकि हम संविधान पर चर्चा कर रहे थे। अमित शाह ने जिस तरह से बाबासाहेब का अपमान किया, उसे लेकर पूरे विपक्ष ने विरोध जताया है, इसलिए मैं उनके इस्तीफे की मांग करता हूं।

वहीं कांग्रेस ने कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने बाबासाहेब का अपमान किया। जो भाजपा और आरएसएस की कुंठित, घृणित और दलित विरोधी सोच को दिखाता है। अमित शाह और भाजपा  को इस अपराध के लिए पूरे देश से माफी मांगनी होगी।

कांग्रेस ने पूरे मुद्दें पर अमित शाह को घेरते हुए कहा कि अमित शाह के बयान से जाहिर होता है कि भाजपा नेताओं के मन में बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर बहुत नफरत है। नफरत ऐसी कि उनके नाम तक से इनको चिढ़ है। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज बाबा साहेब के पुतले फूंकते थे, जो ख़ुद बाबा साहेब के दिए संविधान को बदलने की बात करते थे. जब जनता ने इन्हें सबक सिखाया तो अब इन्हें बाबा साहेब का नाम लेने वालों से चिढ़ हो गई है.
गौरतलब है कि  लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सफलता का बड़ा कारण उसको संविधान बदलने का मुद्दा जोर शोर से उठाने  को माना गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान का मुद्दा खूब चर्चा में रहा है। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने अपनी चुनावी रैलियों में संविधान की प्रति हाथों में लेकर उसके खतरे में बताते हुए दावा किया था कि भाजपा संविधान बदलने की तैयारी में है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी चुनावी रैलियों में यह दावा किया था कि अगर भाजपा को 400 से अधिक सीटें हासिल हुई और मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने तो वह संविधान बदल देंगे, लोकतंत्र खत्म कर देंगे।

अमित शाह के बचाव में उतरी सरकार-वहीं अंबेडकर पर दिए बयान पर सियासी बखेड़ा खड़ा होने के बाद अब भाजपा अमित शाह के बचाव में उतर आई है। केंद्रीय संसदीय मंत्री किरिण रिजिजू ने कहा कि कल गृह मंत्री अमित शा ने सदन में बहुत साफ शब्दों में बाबा साहेब अंबेडकर जी के प्रति हमारी श्रद्धा का भाव प्रकट किया था। उन्होंने यह भी बताया था कि कैसे कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इतने सालों तक भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया और साथ ही 1952 के चुनाव में षड्यंत्र करके उन्हें हरा दिया था।

वहीं  कैबिनेट मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमित शाह का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सम्मान नहीं किया, उन्हें हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश की। कल सदन में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह अंबेडकर और दलित समाज के प्रति जब अपनी बात रखी तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना शुरू गया, हो भी क्यों न, कांग्रेस की सच्चाई अब देश जान रहा है तो कांग्रेस भयभीत हो रही है, चिंतित है कि उनकी बची-कुची जमीन भी छिनने जा रही है।कांग्रेस जवाब दे, राहुल जी, सोनिया जी और खड़गे जी जवाब दें, उन्होंने कब बाबा साहब और उनकी भावनाओं का सम्मान किया?पंचतीर्थ का निर्माण किसने कराया, कांग्रेस जवाब दे?बाबा साहेब को नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा क्यों देना पड़ा था, कांग्रेस जवाब दे?आरक्षण के मामले में नेहरू जी से लेकर कांग्रेस की सरकारों ने उचित निर्णय क्यों नहीं लिए, कांग्रेस जवाब दे?
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