नई दिल्ली। मौसम विभाग ने कहा कि मानूसन की शुरुआत में एक हफ्ते की देरी हो सकती है और अब इसके आठ जून तक दस्तक देने की संभावना है। गुरुवार को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान समेत कई इलाकों में गरज चमक के साथ तेज हवा चलने की चेतावनी दी है। केरल में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश हो सकती है।
आम तौर पर मानसून एक जून को केरल में पहुंच जाता है और इसके साथ ही आधिकारिक तौर पर चार महीने के बारिश के मौसम का आगाज होता है।
आईएमडी ने मानसून को लेकर बुलेटिन में कहा है, 'उत्तर की तरफ धीरे-धीरे बढ़ने की अनुकूल संभावना के कारण आठ जून के आसपास केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत की उम्मीद है। अगले तीन चार दिनों में उत्तर-पूर्वी राज्यों के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के बढने को लेकर अनुकूल स्थिति बनने की संभावना है।'
भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और पंजाब में 30-40 किमी की तेज हवाओं के साथ आंधी आने की आशंका है। साथ ही, इन इलाकों में गरज के साथ हल्की बारिश का अनुमान भी है। मध्य भारत में मानसून में 5-10 दिनों तक देरी हो सकती है। बताया जा रहा है कि मुंबई में मानसून 15 जून तक दस्तक दे सकता है।
इन राज्यों में हो सकती है हवाओं के साथ बारिश : मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में आंधी आने की आशंका है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कर्नाटक के अंदरूनी हिस्सों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की आशंका है।
राजस्थान-मध्यप्रदेश में गर्मी का कहर : मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान, मध्यप्रदेश और विदर्भ के कई इलाकों में तेज गर्म हवाएं परेशान कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त हरियाणा के कुछ इलाके, मराठवाड़ा और तेलंगाना में भी गर्मी अभी कहर बरपाएगी।
दिल्ली में बारिश का अनुमान : राजधानी दिल्ली में गुरुवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश हो सकती है और न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री अधिक है। सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्दता 50 प्रतिशत दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो कि सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा।