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Last Updated : शनिवार, 20 जनवरी 2024 (14:33 IST)

Vatsalyapuram Indore: 25 लड़कियों में से 21 रेस्क्यू, 3 अब भी गायब, हैवानियत की करतूतें आ रहीं सामने

बहुत बुरे हालात में रह रही थी लड़कियां, अंडरवियर में कर देती थी लैट्रिन और यूरिन

Vatsalyapuram orphanage
  • मध्‍यप्रदेश में क्‍यों रह रहीं थी राजस्थान- गुजरात की लड़कियां
  • सीडब्ल्यूसी कराएगी वात्सल्यपुरम से रेस्‍क्‍यू की गई लड़कियों का पुर्नवास
  • आश्रम की लड़कियों की उम्र 4 से 14 साल के बीच है
Indore vatsalyapuram orphanage news: इंदौर में संदिग्‍ध गतिविधियों और गड़बड़ियों के बाद सील किए गए ‘वात्सल्यपुरम’ बाल आश्रम में अब कई तरह के चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। यहां लड़कियों की बेरहमी से पिटाई करने के साथ ही रस्‍सी से बांधकर उल्‍टा लटकाने, मिर्च का धुआं देने और गर्म चिमटे से दागने की बातें सामने आई हैं। बाल आश्रम के हालात इतने बहुत बुरे थे एक लड़की तो अंडरवियर में ही लैट्रिन और यूरिन कर देती थी। बता दें कि आश्रम से 25 लड़कियों में से 21 को रेस्क्यू किया जा चुका है, जबकि 3 लड़कियां अब भी गायब हैं।

महिला एसआई कीर्ति तोमर ने विजयनगर थाने में आश्रम की लेडी केयर टेकर्स के खिलाफ इन्‍हीं आरोपों के साथ केस दर्ज कराया है। वहीं सीडब्ल्यूसी बाल कल्‍याण समिति के अधिकारी अब राजस्‍थान और गुजरात की लड़कियों का पुर्नवास कराएगी। दूसरी तरफ एसीपी सोनाक्षी सक्‍सेना के मार्गदर्शन में विजय नगर पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।

3 लड़कियां अब भी गायब : बता दें कि यहां से 25 लड़कियों में से 21 को रेस्क्यू किया गया था। एक लड़की उसके परिजनों के पास है। वहीं 3 लड़कियां अब भी गायब है।

12 जनवरी को आश्रम किया सील: विजय नगर पुलिस थाना से मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने विजय नगर क्षेत्र में 'वात्सल्यपुरम्' नाम के कथित अनाथाश्रम को अवैध संचालन के आरोप में 12 जनवरी को सील कर दिया था और इसमें रह रहीं 21 लड़कियों को राजकीय बाल संरक्षण आश्रम और एक अन्य संस्था में भेज दिया था। इन लड़कियों की उम्र 4 से 14 साल के बीच है।

पिटाई के बाद घंटों तक बाथरूम में बंद : बच्‍चों के साथ क्रूरता का आलम यह था कि पिटाई के बाद उन्‍हें बाथरूम में बंद कर दिया जाता था। अधिकारी के मुताबिक कथित अनाथालय में रहने वाली लड़कियों ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को बताया कि इस परिसर में सजा के नाम पर बच्चों से क्रूर बर्ताव किया जाता था। उन्होंने 17 जनवरी की रात दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा कि 4 साल की एक बच्ची ने जब अपने कपड़े गंदे कर दिए थे तो उसे पिटाई के बाद कई घंटों तक बाथरूम में बंद रखा गया और 2 दिन तक खाना भी नहीं दिया गया।

मिर्च की धूनी दी, गर्म चिमटे से दागा : प्राथमिकी में यह आरोप भी लगाया गया है कि कथित अनाथालय में बच्चों को उल्टा लटका दिया जाता था और नीचे गर्म तवे पर लाल मिर्च रखकर धूनी जलाई जाती थी। अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी में 2 बच्चों को एक नाबालिग लड़की के हाथों गर्म चिमटे से जबरन दगवाए जाने और एक लड़की को अन्य बच्चों के सामने निर्वस्त्र किए जाने के बाद भट्टी के पास ले जाकर जलाने की धमकी दिए जाने के भी आरोप हैं।

FIR में अनाथालय की 5 महिलाओं के नाम : विजय नगर पुलिस थाने की उपनिरीक्षक कीर्ति तोमर ने बताया कि भारतीय दंड विधान और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत दर्ज प्राथमिकी में अनाथालय से जुड़ीं 5 महिलाओं के नाम हैं। इन आरोपों की अभी जांच की जा रही है। जांच के बाद स्‍थिति काफी कुछ स्‍पष्‍ट हो जाएगी।

सीडब्ल्यूसी (CWC) कराएगी पुनर्वास : इंदौर की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल ने बताया कि अनाथालय से बचाए गए बच्चे राजस्थान और गुजरात के रहने वाले हैं। हमने इन राज्यों की संबद्ध बाल कल्याण समितियों को पत्र लिखकर कहा है कि वे इन बच्चों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि का पता लगाकर हमें रिपोर्ट सौंपें ताकि इनका पुनर्वास किया जा सके।