हाथरस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, यूपी पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले (Hathras) में दलित युवती से कथित गैंगरेप और मौत के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी। इस केस की SIT से जांच कराने को लेकर एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिका में यूपी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए SIT जांच की मांग की गई है।
चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच इस याचिका पर सुनवाई करेगी।
याचिका में कहा गया है कि उत्तरप्रदेश में मामले की जांच और ट्रायल निष्पक्ष नहीं हो पाएगी। शीर्ष अदालत को इस केस की सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने का आदेश देना चाहिए, ताकि युवती और उसके परिवार को इंसाफ मिल सके।
राज्य के हाथरस जिले में 14 सितंबर को 19 साल की दलित युवती के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद करीब एक पखवाड़े बाद उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। कथित रूप से माता-पिता की राजामंदी के बगैर देर रात उसका अंतिम संस्कार कर दिए जाने से मामला और बिगड़ गया।
हाथरस में दलित युवती के कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत की घटना को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने जातिगत संघर्ष भड़काने के प्रयास करने से लेकर देशद्रोह तक के आरोपों में राज्य भर में कम से कम 19 प्राथमिकियां दर्ज की हैं।