सेना में आत्महत्या के 305 मामले, आखिर जवान क्यों उठाते हैं यह खौफनाक कदम, सामने आया यह सच
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को बताया कि देश में तीनों सेनाओं में पिछले 3 साल में आत्महत्या के कुल 305 मामले दर्ज किए गए।
रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद यशो नाइक ने सैयद इम्तियाज जलील और असदुद्दीन ओवैसी के प्रश्न के लिखित उत्तर में जो आंकड़े दिए, उनके मुताबिक 2017 में वायुसेना में 21, नौसेना में 5 और सेना में 77 मामले आत्महत्या के दर्ज किए गए। आंकड़ों के मुताबिक 2018 में वायुसेना, नौसेना और सेना में खुदकुशी के क्रमश: 16, 8 और 83 मामले दर्ज किए गए। नाइक ने बताया कि पिछले साल वायुसेना में आत्महत्या के 20 मामले दर्ज किए गए, वहीं नौसेना में दो और सेना में 73 ऐेसे मामले दर्ज किए गए।
सामने आया यह कारण : नाइक ने बताया कि डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ साइकोलॉजिकल रिसर्च (डीआईपीआर) ने 2006 से कई अध्ययन करने के बाद सशस्त्र बलों में आत्महत्या के कारणों में घरेलू और व्यक्तिगत समस्याओं, दांपत्य जीवन में विवाद, तनाव और आर्थिक समस्याओं को गिनाया है।
सरकार उठा रही है यह कदम : मंत्री ने बताया कि सरकार ने सैनिकों में तनाव कम करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं जिनमें प्रशिक्षित मनौवैज्ञानिक सलाहकारों की नियुक्ति, भोजन और परिधानों की गुणवत्ता में सुधार, तनाव प्रबंधन का प्रशिक्षण और रचनात्मक सुविधाओं के प्रावधान आदि शामिल हैं। (वार्ता)