Army में महिलाओं को स्थाई कमीशन के मुद्दे पर घेरना मोदी को चाहते थे, खुद ही घिर गए राहुल गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरने का कोई मौका नहीं चूकते। भारतीय सेना (Indian Army) में महिलाओं को स्थायी कमीशन के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल ने मोदी को घेरने की कोशिश की, लेकिन उनका यह दांव उलटा पड़ गया।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए फैसले को भाजपा सरकार की हार बताया। उन्होंने कहा कि भारत की महिलाओं ने भाजपा सरकार को गलत साबित कर दिया है।
राहुल गांधी की उस समय किरकिरी हो गई, जब हाईकोर्ट के वकील नवदीप सिंह ने कांग्रेस नेता को याद दिलाया कि हाईकोर्ट ने भी यही फैसला दिया था और 2010 में तत्कालीन केंद्र सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। इतना ही नहीं सिंह ने राहुल गांधी को कोर्ट के फैसलों पर राजनीति नहीं करने नसीहत भी दी। उल्लेखनीय है कि 2010 में केन्द्र में यूपीए की सरकार थी।
क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने : सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया कि वह सेना की उन सभी महिला अधिकारियों को तीन महीने के भीतर स्थायी कमीशन प्रदान करे, जिन्होंने इसके लिए आवेदन किया है। कोर्ट ने यह भी कहा कि महिलाओं को कमांड पोस्टिंग पर नियुक्ति दिए जाने पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता।
न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र सरकार की उस दलील को खारिज कर दिया, जिसमें शारीरिक सीमाओं और सामाजिक चलन का हवाला देते हुए सेना में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन नहीं देने की बात कही गई थी। कोर्ट ने कहा कि यह दलील परेशान करने वाली और समानता के सिद्धांत के विपरीत है। पीठ ने कहा कि अतीत में महिला अधिकारियों ने देश का मान बढ़ाया है।