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Last Updated : मंगलवार, 15 नवंबर 2022 (15:58 IST)

काश! मां-बाप की बात मान लेती श्रद्धा, FIR में पिता ने बताई 'आपबीती'

काश! मां-बाप की बात मान लेती श्रद्धा, FIR में पिता ने बताई 'आपबीती' - Shraddhas parents prevented her from living with Aftab
नई दिल्ली। श्रद्धा वालकर... यह नाम है उस बदनसीब लड़की का, जिसकी उसके ही प्रेमी आफताब पूनावाला ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी आफताब ने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े किए और उन्हें फ्रीज में रख दिया। फिर एक-एक कर ठिकाने भी लगाया। इस खबर का दूसरा पहलू यह है कि जब श्रद्धा ने आफताब के साथ लिव इन में रहने की बात अपने मां-बाप को बताई तो उन्होंने उसे बहुत रोका था, लेकिन उसने यह कहते हुए उनके मुंह बंद कर दिए कि वह 25 साल की है और अपने फैसले खुद ले सकती है।
यह खुलासा श्रद्धा के पिता द्वारा लिखाई गई एफआईआर में हुआ है। पिता ने पुलिस को बताया कि 2018 में मेरी बेटी महाराष्ट्र में ही एक कॉल सेंटर में काम करती थी। उसके साथ ही आफताब पूनावाला भी काम करता था। 2019 में लड़की ने माता-पिता को बताया कि वह आफताब के साथ लिव इन में रहना चाहती है। हमने उसे मना किया क्योंकि हम न तो इंटर कास्ट मैरिज करते हैं और न ही इंटर रिलीजन। हमने लड़की को बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं मानी।
लड़की ने मां-बाप से कहा कि वह 25 साल की हो गई है और उसे अपने बारे में फैसला लेने का अधिकार है। मुझे आफताब के साथ रहना है। मैं आज से आपकी बेटी नहीं, ऐसा समझो। ऐसा बोलकर जब वह अपना सामान लेकर जाने लगी तो एक बार फिर हमने उसे बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं मानी और आफताब के साथ रहने चली गई। कुछ समय तक दोनों नयागांव और महाराष्ट्र के ही वसई में भी रहे। 
इस बीच, श्रद्धा ने कई बार अपनी मां को बताया कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। फिर कुछ समय पश्चात मेरी पत्नी की मृत्यु हो गई। पत्नी की मृत्यु के 15-20 दिन बाद श्रद्धा से मेरी 1-2 बार बात हुई। उसने फिर आफताब द्वारा मारपीट किए जाने के बारे में बताया। यही बात उसने कुछ समय बाद घर आकर भी बताई। तब भी मैंने कहा था कि वह आफताब को छोड़कर अपने घर में रहने की बात कही। लेकिन, आफताब के माफी मांगने के बाद वह फिर उसके पास चली गई। 
 
पिता के मुताबिक, श्रद्धा के दोस्तों ने भी बताया था कि श्रद्धा के साथ आफताब का व्यवहार अच्छा नहीं है। इस बीच, मेरी बात नहीं मानने के कारण मैंने भी उससे बात नहीं की। 14 सितंबर 2022 को श्रद्धा के दोस्त ने बताया कि 2 महीने से उसका फोन बंद आ रहा है। इसके बाद मैंने मानिकपुर (महाराष्ट्र) में श्रद्धा के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। चूंकि श्रद्धा आफताब के साथ छतरपुर (दिल्ली) में रहती थी। अत: यह शिकायत दिल्ली ट्रांसफर कर दी गई। इसके बाद दिल्ली पुलिस द्वारा की गई जांच में यह पूरा खुलासा हुआ। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala (सोर्स : सोशल मीडिया)