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Last Updated :सेवाग्राम (महाराष्ट्र) , मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018 (22:02 IST)

कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘नया स्वतंत्रता संग्राम’ शुरू करने का किया ऐलान

कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘नया स्वतंत्रता संग्राम’ शुरू करने का किया ऐलान - second freedom struggle against modi government says congress
सेवाग्राम (महाराष्ट्र)।  कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने मंगलवार को आह्वान किया कि ‘बंटवारे, भय और घृणा का वातावरण पैदा करने वाली’ मोदी सरकार के खिलाफ ‘नया स्वतंत्रता संग्राम’ शुरू किया जाएगा। 
 
दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला और कहा कि महात्मा गांधी ने देश को जोड़ने का काम किया, लेकिन मोदी तोड़ने का काम कर रहे हैं।
 
मुख्य विपक्षी दल की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई सीडब्ल्यूसी ने अपनी बैठक में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि अन्नदाताओं पर ‘बर्बरता एवं अत्याचार’ को स्वीकार नहीं किया जा सकता और पार्टी किसानों की लड़ाई पुरजोर ढंग से लड़ेगी।
 
 
पारित किए गए दो प्रस्ताव : कार्यसमिति की बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए। पहला प्रस्ताव ‘बंटवारे, भय और घृणा’ के खिलाफ और दूसरा प्रस्ताव किसानों पर ‘बर्बरता’ की निंदा करते हुए पारित किया गया। 
 
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक कार्यसमिति में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नफरत, बंटवारे और घृणा का वातावरण बनाया गया था और उसी के परिणामस्वरूप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की दुखद हत्या हुई।
 
 
महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस कार्यसमिति ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति ने इस बात पर जोर दिया कि ‘जय जवान, जय किसान’ एक नारा नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के लिए जीवनपद्धति का मार्ग है।
 
उसने कहा कि समय की मांग है कि एक नए स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत सेवाग्राम से हो- एक ऐसी मोदी सरकार के खिलाफ जिसने देश में बंटवारे और पूर्वाग्रह का वातावरण पैदा किया है, जिसकी राजनीति का आधार भय व डर है, जिसकी कार्यशैली ध्रुवीकरण पर आधारित है, जिसकी सोच हर आवाज़ को दबाने व हर विरोध का गला घोंटने की है, जिसका चरित्र हिन्दुस्तान के बहुलतावाद को समाप्त कर उन्माद फैलाने का है।
 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए उसने कहा कि आप बापू के चश्मे को राजनीतिक प्रचार पाने के लिए उधार तो ले सकते हैं, मगर उनके सिद्धांतों को अपनाए बिना उनके आदर्शों पर अमल नहीं कर सकते।
 
प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस कार्यसमिति यह संकल्प लेती है कि खोखले आदर्शों व दोहरे चरित्र वाले ऐसे सब समूहों और व्यक्तियों को बेनक़ाब करेंगे, जिन्होंने कभी भी गांधीजी के दिखाए सच्चाई, सहिष्णुता, समरसता और अहिंसा के प्रशस्त मार्ग को नहीं अपनाया।
 
 
कांग्रेस कार्यसमिति ने सभी देशवासियों, विशेषतः युवाओं का आह्ववान किया कि वे भय, डर, झूठ और धोखे की राजनीति का निर्भीकता से मुकाबला करें, न झुकें, न रुकें, जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए।
 
दिल्ली के निकट किसानों पर लाठीचार्ज की घटना का हवाला देते हुए सीडब्ल्यूसी ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज व बर्बरतापूर्ण व्यवहार की घोर निंदा करती है। महात्मा गांधी की जयंती पर किसानों पर यह अत्याचार देश बर्दाश्त नहीं करेगा। किसान कल्याण के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कटिबद्ध है तथा हम उनकी लड़ाई लड़ेंगे।
 
 
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद आयोजित सभा में राहुल गांधी ने राफेल, किसानों की कर्जमाफी की मांग और बेरोजगारी के मुद्दों पर मोदी को घेरा और लोगों का आह्वान किया कि वे अब कांग्रेस पर भरोसा करें।
 
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि गांधीजी ने पूरे देश को रास्ता दिखाया था और अपनी पूरी जिंदगी न किसी से नफरत की, न किसी से हिंसा की। उन्होंने प्यार और भाईचारे से दुनिया की महाशक्ति को हराया। लड़ाई का नया तरीका सिखाया जो अहिंसक है। 
 
महात्मा गांधी के 150वीं जयंती समारोह की शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पैदल मार्च का नेतृत्व किया। यह मार्च देश में ‘भय के माहौल’ के खिलाफ पार्टी की तरफ से संदेश देने के लिये किया गया। 
 
इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर सेवाग्राम आश्रम में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए। राहुल गांधी के अलावा संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बापू कुटी में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपिता अपने जीवन के आखिरी कुछ वर्षों के दौरान यहां रहे थे।
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