सोमवार, 14 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Resignation of Bihar cadre IPS Kamya Mishra accepted
Last Modified: बुधवार, 2 अप्रैल 2025 (12:23 IST)

22 की उम्र में IPS बनीं, 28 में इस्तीफा, जानिए बिहार की लेडी सिंघम काम्या मिश्रा की कहानी

IPS Kamya Mishra
Story of Kamya Mishra Lady Singham of Bihar: बिहार कैडर की आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा ने मात्र 6-7 साल की पुलिस सेवा के बाद इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। लेडी सिंघम के नाम से मशहूर काम्या ने अगस्त 2024 में निजी कारणों का हवाला देते हुए राज्य सरकार को अपना इस्तीफा सौंपा था। मूल रूप से ओडिशा की रहने वालीं मिश्रा के पति अवधेश दीक्षित भी आईपीएस अधिकारी हैं। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2025 में ‍बिहार कैडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे का भी इस्तीफा मंजूर हुआ था। 
 
22 साल की उम्र में क्रैक की सिविल सेवा परीक्षा : प्रतिभाशाली काम्या मिश्रा ने 22 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। चयन के बाद उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला था, लेकिन बाद में उनका तबादला बिहार कैडर में हो गया है। बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी दीक्षित के साथ विवाह के बाद काम्या ने स्वयं ही बिहार कैडर चुना था। अगस्त 2024 में इस्तीफा देने के बाद उन्हें 180 दिन की छुट्‍टी दी गई थी। वर्तमान में काम्या दरभंगा ग्रामीण एसपी के रूप में पदस्थ थीं। इससे पहले वे सचिवालय में पदस्थ रही हैं। 
 
7 मार्च 2024 को काम्या मिश्रा को दरभंगा की पहली ग्रामीण एसपी नियुक्त किया गया। इससे पहले वह पटना सचिवालय में एएसपी के पद पर कार्यरत थीं। दरभंगा ग्रामीण एसपी में कार्य करने के दौरान काफी सुर्खियों में आई थीं। बिहार के चर्चित मुकेश सहनी हत्याकांड की जांच में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। उनकी कार्यशैली के कारण उन्हें लेडी सिंघम के रूप में जाना जाता था। ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए उन्होंने काफी काम किया था। 
 
काम्या मिश्रा ने क्यों दिया इस्तीफा? : काम्या मिश्रा ने इस्तीफे के कारण अपने माता-पिता की इकलौती बेटी होने को बताया है। उन्होंने कहा कि इतनी अच्छी नौकरी कोई यूं ही नहीं छोड़ता। काम्या के माता-पिता का बड़ा कारोबार है। एक साक्षात्कार में काम्या मिश्रा ने कहा था कि पुलिस सेवा छोड़ना उनके लिए काफी कठिन निर्णय था, लेकिन परिवार को समय देने और माता-पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए यह निर्णय जरूरी हो गया था।
 
इस्तीफा देने के बाद काम्या ने यह भी कहा था कि वह जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के अपने सपने को पूरा करने के लिए भी काम करना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि काम्या मिश्रा आने वाले समय किसी राजनीतिक दल से जुड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकती हैं और चुनाव भी लड़ सकती हैं। हालांकि उनकी ओर से अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala   
ये भी पढ़ें
वक्फ संशोधन बिल के समर्थन में भोपाल में मुस्लिम समुदाय का जश्न, वी सपोर्ट मोदी के लगाएं नारे