बारात के लिए रेलवे ने रोकी ट्रेन, जानिए मामला...
Indian Railway News : रेलवे ने मुंबई से आ रहे बारातियों के वास्ते एक कनेक्टिंग ट्रेन को हावड़ा स्टेशन पर कुछ मिनट रोके रखा ताकि वे सभी समय पर गुवाहाटी में कार्यक्रम स्थल पर पहुंच सकें। यह मामला शुक्रवार का है। रेलवे अधिकारियों से सोशल मीडिया पर गुहार लगाई थी कि उन्हें डर है कि हावड़ा सेअसम के लिए रवाना होने वाली सरायघाट एक्सप्रेस छूट जाएगी।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह मामला शुक्रवार का है जब मुंबई से आ रहे 34 बारातियों (दूल्हे के साथ आए रिश्तेदार) में से एक चंद्रशेखर वाघ ने रेलवे अधिकारियों से सोशल मीडिया मंच एक्स पर गुहार लगाई कि वे मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस से सफर कर रहे हैं जिसके हावड़ा पहुंचने का निर्धारित समय दोपहर एक बजकर पांच मिनट है लेकिन वह देरी से चल रही है और उन्हें डर है कि हावड़ा से शाम चार बजे असम के लिए रवाना होने वाली सरायघाट एक्सप्रेस छूट जाएगी।
पूर्व रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वाघ की पोस्ट के बाद, हावड़ा के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) को भारतीय रेलवे के उच्च अधिकारियों से जरूरी कदम उठाने का एक जरूरी संदेश मिला। रेलवे अधिकारियों ने सरायघाट एक्सप्रेस को रोके रखा और यह सुनिश्चित किया कि गीतांजलि एक्सप्रेस तेजी से हावड़ा पहुंचे।
उन्होंने बताया कि गीतांजलि एक्सप्रेस शाम चार बजकर आठ मिनट पर हावड़ा पहुंची जिसके बाद अधिकारियों ने बैटरी चालित वाहनों से बारातियों को नए परिसर में प्लेटफॉर्म नंबर-24 से पुराने परिसर में प्लेटफॉर्म नंबर-नौ पर पहुंचाया जहां सरायघाट एक्सप्रेस खड़ी थी। बारातियों के ट्रेन में सवार होने के बाद सरायघाट एक्सप्रेस को कुछ मिनटों की देरी से गुवाहाटी के लिए रवाना किया गया।
पूर्व रेलवे के अधिकारी ने कहा, हमें दोनों ट्रेन के सभी यात्रियों की मदद और समर्थन मिला तथा रेलमंत्री, मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, डीआरएम और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठाया कि दूल्हा अपनी शादी में पहुंच सके। उन्होंने कहा, इस तरह की सेवाएं प्रदान करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
पूर्व रेलवे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, भारतीय रेलवे ने सरायघाट एक्सप्रेस को कुछ मिनटों के लिए हावड़ा रेलवे स्टेशन पर रोके रखा ताकि गीतांजलि एक्सप्रेस से आ रहा दूल्हा और बाराती ट्रेन में सवार हो सके जिन्हें गुवाहाटी जाना था। बारातियों ने इस मदद के लिए रेलवे को धन्यवाद दिया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour