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Last Updated :नई दिल्ली , मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024 (18:22 IST)

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को विपक्षी दलों ने बताया अलोकतांत्रिक व कायरतापूर्ण कार्रवाई

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को विपक्षी दलों ने बताया अलोकतांत्रिक व कायरतापूर्ण कार्रवाई - Protest against the arrest of Sonam Wangchuk
Protest against the arrest of Sonam Wangchuk : कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) तथा कई अन्य लद्दाखवासियों को हिरासत में लिए जाने की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा कि इस तरह की 'अलोकतांत्रिक' (undemocratic) कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
 
केंद्र शासित प्रदेश को 6ठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च कर रहे वांगचुक सहित लद्दाख के करीब 120 लोगों को दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर हिरासत में ले लिया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लद्दाख की आवाज सुननी होगी।ALSO READ: सोनम वांगचुक से मिलने से रोका, दिल्ली CM आतिशी नाराज
 
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रहे सोनम वांगचुक जी और लद्दाख के सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया जाना अस्वीकार्य है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी पूछा कि लद्दाख के भविष्य के लिए आवाज उठाने वाले बुजुर्ग नागरिकों को दिल्ली की सीमा पर आखिर हिरासत में क्यों लिया गया।
 
गांधी ने कहा कि मोदी जी, किसानों के मामले की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार ने लद्दाख से शांतिपूर्वक दिल्ली मार्च कर रहे नागरिकों के एक समूह को हिरासत में ले लिया है। यह और कुछ नहीं, बल्कि एक कायरतापूर्ण कार्रवाई है तथा पूरी तरह से अलोकतांत्रिक प्रकृति की है।ALSO READ: सोनम वांगचुक दिल्ली पुलिस की हिरासत में, राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, साथी यात्रियों का अनशन
 
उन्होंने कहा कि लद्दाख में संविधान की 6ठी अनुसूची के तहत आदिवासी समुदायों की सुरक्षा के लिए व्यापक आह्वान के साथ, जन समर्थन की लहर बढ़ रही है। इसके बजाय मोदी सरकार अपने करीबी मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए लद्दाख के पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र का दोहन करना चाहती है। खरगे ने कहा कि यह घटना हमें बताती है कि मोदी सरकार की निरंकुशता के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
 
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, प्रचारतंत्र में 'दुनिया के सबसे ताकतवर' प्रधानमंत्री लोकतंत्र में इतने कमजोर हैं कि चंद पैदल यात्रियों से डर गए। सोनम वांगचुक और उनके 100 से ज्यादा साथी लद्दाख से पैदल चलकर महात्मा गांधी जी की समाधि पर आ रहे थे। उनको दिल्ली बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया।ALSO READ: सोनम वांगचुक का दिल्ली तक पैदल मार्च, 100 से ज्यादा स्वयंसेवक हैं साथ, मोदी सरकार से ये हैं मांगें
 
उन्होंने सवाल किया कि क्या दिल्ली किसी तानाशाह का किला है, जहां आम जनता घुस नहीं सकती? क्या पर्यावरण बचाने और लोकतंत्र बहाल करने की मांग करना अपराध है? प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी अलोकतांत्रिक कार्यवाहियां कतई अस्वीकार्य हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सोनम वांगचुक की शांतिपूर्ण यात्रा को बाधित करके कुछ हासिल नहीं कर सकती।
 
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि जो लोग शांति से डरते हैं, वो अंदर से डरे हुए लोग होते हैं। भाजपा सरकार पर्यावरण रक्षक व लद्दाख हितैषी सोनम वांगचुक जी की शांतिपूर्ण दिल्ली यात्रा को बाधित करके कुछ भी हासिल नहीं कर सकती। केंद्र अगर सरहद की आवाज नहीं सुनेगा तो ये उसकी राजनीतिक श्रवणहीनता कहलाएगी। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सवाल किया कि निहत्थे और शांतिपूर्ण लोगों से आखिर क्या डर है?
 
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि दिल्ली में आने से कभी किसानों को रोकते हैं, कभी लद्दाख के लोगों को रोकते हैं। क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है? दिल्ली देश की राजधानी है। दिल्ली में आने का सब को अधिकार है। ये सरासर गलत है। निहत्थे शांतिपूर्ण लोगों से आखिर इन्हें क्या डर लग रहा है?(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta