रविवार, 28 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. proof of atrocity of Chinese army in Galwan Valley
Written By
Last Modified: गुरुवार, 18 जून 2020 (12:36 IST)

गलवान घाटी में झड़प, सामने आए चीनी सैनिकों की क्रूरता के सबूत...

गलवान घाटी में झड़प, सामने आए चीनी सैनिकों की क्रूरता के सबूत... - proof of atrocity of Chinese army in Galwan Valley
क्या कोई इंसान इतना क्रूर हो सकता है..? यदि 'धोखेबाज' चीन के सैनिकों की बात करें तो इसका जवाब हां में ही होगा। दरअसल, भारत और चीन के सैनिकों के बीच झूमाझटकी और सामान्य मारपीट की खबरें तो पहले भी आती रही हैं, लेकिन इस बार चीन के सैनिकों जो बर्बरता का प्रदर्शन किया वह अमानवीयता की पराकाष्ठा थी।
 
हालांकि इस बात को लेकर अभी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन कुछ फोटो सामने आए हैं, जो ‍चीनी सैनिकों की क्रूरता की कहानी खुद बयां कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सीमा भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच कभी तकरार नहीं हुई थी। पहले भी ऐसा कई बार हुआ है, लेकिन तब झड़प में झूमाझटकी या पत्थरबाजी की घटनाएं ही देखने में आती थीं। 
 
लेकिन, इस बार चीन ने फिर 1962 के युद्ध की याद दिला दी जब वह सामने से हिन्दी-चीनी भाई-भाई का नारा लगा रहा था, वहीं पर्दे के पीछे से भारत की पीठ में खंजर घोंपने की साजिश रच रहा था। 1962 में धोखे से किए गए चीनी हमले में भारत को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। 
 
पूरी दुनिया जानती है कि चीन की नीतियां हमेशा से विस्तारवादी रही हैं। यही कारण है कि उसके हर पड़ोसी देश से सीमा को लेकर संबंध अच्छे नहीं है। क्योंकि चीन अनावश्यक रूप से दूसरे देश की सीमा में घुसपैठ की कोशिशें करता रहता है।
 
भारतीय लोगों के मन में अब यही सवाल उठ रहा है कि क्या भारत चीनी सैनिकों की इस क्रूरता का बदला लेगा? यदि हम चीन को उसी की भाषा में जवाब देने में सफल होते हैं तो निश्चित ही यह शहीद सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और चीन के लिए सबक भी।
ये भी पढ़ें
राजस्थान में Corona संक्रमण से 10 और मौत, 84 नए मामले