प्रियंका ने लगाया पीड़िता के दर्द पर मरहम, नामांकन के दौरान हुई थी अभद्रता का शिकार
लखीमपुर खीरी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा उत्तर प्रदेश के चार दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को लखनऊ से लखीमपुर पंसगवा ब्लॉक पहुंची। यहां पर उन्होंने यहां पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा तथा उत्पीडऩ का शिकार हुई उम्मीदवार ऋतु सिंह और उनकी प्रस्तावक अनीता यादव से मुलाकात कर उनकी पीड़ा पर मरहम लगाने का प्रयास किया।
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के नामांकन के दौरान कुछ दबंगों ने ऋतु सिंह को नामांकन करने से रोक दिया था। इतना ही नहीं उनकी प्रस्तावक अनिता यादव के साथ छीना-झपटी तथा अभद्रता भी की गई थी।
प्रियंका गांधी ने कहा की वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने के लिए आज लखीमपुरखीरी पहुंची। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और पूरे भारत वर्ष की प्रत्येक महिला इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी है। देश में जहां भी बहनों के साथ गलत होगा वह और अन्य महिलाएं उसके लिए लड़ेंगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अधिकार है नामांकन करने का, महिलाओं को आरक्षण दिया गया है, लेकिन एक महिला के साथ 8-10 गुंडे आकर मारपीट करते हैं, महिला की साड़ी तक खींचते हैं क्या हम ऐसा प्रदेश चाहते हैं?
नामांकन करने गई महिला के साथ उसका एक छोटा बच्चा भी था। इस घटना को सब लोग देखते रहे, इसका एक वीडियो भी सामने आया है, वहां मौजूद एक डिप्टी एसपी ने महिला को बचाने की कोशिश की, तो उसे क्या इनाम मिला? बचाने वाले अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया, पूरी घटना पर प्रशासन मौन है। जब कहीं हिंसा होती है, गोली चलती है, महिला के साथ अभद्रता होती है तो चुनाव रद्द हो जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव की सफलता पर कसीदे पढ़ रहे हैं। लोकतंत्र में यदि चुनावों में गुंडागर्दी होती है, गोली चलती है, हिंसा होती है तो चुनाव दोबारा होता है। यूपी के पंचायत चुनावों में जहां-जहां ऐसा घटनाक्रम हुआ है, वहां चुनाव रदद होने चाहिए। लखीमपुर के पंसगवा ब्लॉक के सेमरा घाट पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में एक महिला अभद्रता का शिकार हुई, उसकी साड़ी खींची गई, धक्का देते हुए मारपीट हुई क्या यही लोकतंत्र है? कुछ दबंग मारपीट करके चुनाव जीत लें यह गलत है।