शहीदों को याद कर रो पड़े मोदी, जवानों के साहस को किया सलाम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नेशनल पुलिस मेमोरियल के उद्घाटन के बाद देश में पुलिस और पैरामिलिटरी के जवानों के योगदान पर बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि आज उन शहीदों को याद करने का अवसर है, जिन्होंने कर्तव्य पथ पर चलते हुए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बलिदान और शौर्य को नहीं भूलने का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
मोदी ने यहां राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के अनवरत कर्तव्य पालन, सतर्कता और समर्पण के कारण देश में शांति की स्थापना हो रही है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में कमी, नक्सल प्रभावित जिलों में कमी तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा में कमी लाने में सुरक्षा बलों के जवानों का योगदान है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल और राज्य आपदा प्रबंधन बल का उल्लेख करते हुए मोदी भावुक हो गए और कहा कि लोग ये जानते भी नहीं हैं कि ये लोग भी खाकी वर्दीधारी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना में 70 वर्ष की देरी होने में पूर्ववर्ती सरकारों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसके बारे में सोचा जाना चाहिए। यह पुलिस स्मारक और संग्रहालय देश के लोगों को प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा कि यह स्मारक सेवा और शौर्य का प्रतीक है। स्मारक से नई पीढ़ी को परंपरा का ज्ञान मिले। उन्होंने कहा कि देश के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वालों, वीरता दिखाने और बलिदान देने वालों के प्रति पहले की सरकारों ने बेरुखी दिखाई है। पुलिस मेमोरियल बनने में आजादी के बाद 70 साल क्यों लगे?
पीएम मोदी ने कहा कि विपदा के वक्त हमारे जवान सबसे पहले पहुंचते हैं। यह जम्मू कश्मीर में शहीद हुए जवानों को याद करने का वक्त। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जवान शानदार काम कर रहे हैं, उत्तर पूर्व के राज्यों में जवानों का शानदार काम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मेमोरियल देश को पुलिस और पैरामिलिटरी फोर्स के योगदान की याद दिलाएगा। देश के लिए अपना सबकुछ समर्पित करने वालों, वीरता दिखाने और बलिदान देने वालों के प्रति पहले की सरकारों ने बेरुखी दिखाई है।