पीयूष गोयल नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के 70वें वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि आए थे। उन्होंने रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलकर्मियों की विभिन्न मांगों पर सरकार पूरी संवेदनशीलता से विचार कर रही है।
उन्होंने इसके साथ ही नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और अप्रेंटिस को लेकर दिक्कतों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि रेलकर्मियों की प्राथमिकता में यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे को अत्याधुनिक बनाना होना चाहिए।

भाषण समाप्त होते ही अधिवेशन में मौजूद रेलकर्मी, विशेषकर अप्रेंटिस भड़क गए और उन्होंने रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि एनपीएस और अप्रेंटिस सहित विभिन्न मुददों पर रेलमंत्री का जवाब संतोषजनक नहीं है। इस मौके पर कर्मचारियों ने रेलमंत्री मुर्दाबाद के भी नारे लगाए। हालात ऐसे बने कि मंत्री को कार्यक्रम से भागना पड़ा। बताया जाता है कि इस दौरान हमले में रेलमंत्री की कार का शीशा भी टूट गया।
इसके बाद रेलकर्मियों ने नारेबाजी करते हुए गोयल का घेराव कर लिया। अफरातफरी के बीच सुरक्षाकर्मी किसी तरह उन्हें भीड़ से निकालकर सुरक्षित उनके वाहन तक ले गए। इसके बाद गोयल नई दिल्ली जाने के लिए अमौसी हवाई अड्डे की तरफ रवाना हो गए।