Himachal Flood : हिमाचल बाढ़ में लापता लोगों के रिश्तेदारों का फूटा दर्द, लगाई शासन-प्रशासन से गुहार
शिमला। Himachal Flood : हिमाचल में आई भारी बाढ़ के बाद वहां फेल हुआ मोबाइल नेटवर्क सिस्टम और गुल हुई बिजली के कारण हिमाचल गए लोगों का न ही कुछ पता चल रहा है और न ही वे ट्रेस हो रहे हैं। हिमाचल में कई पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं। हिमाचल की डीजीपी सतवंत अटवाल ने ट्वीट में बताया है कि कुल्लू और मंडी के होटल व्यवसायी उनसे मिलें और उन्हें अपने यहां ठहरने वाले लोगों की सूची उपलब्ध कराएं।
उनके इस ट्वीट के कमेंट में कई लोगों ने अपने रिश्तेदारों के लापता होने का जिक्र कर उनसे मदद की गुहार लगाई है। सतवंत अटवाल ने ट्वीट किया, जैसे ही बादल छंटेंगे, फंसे हुए पर्यटकों को बचाने का पुनः प्रयास किया जाएगा।
कई लोगों ने बताया कि उनके रिश्तेदार 9 जुलाई से लापता हैं। उनसे किसी तरह का संपर्क नहीं हो पा रहा है। भारती जैन ने ट्वीट में लिखा है कि मेरी भतीजी और उसका पति पिछले कुछ दिनों से ओल्ड मनाली में हैं। उन्होंने वहां एक महीने के लिए एक जगह किराए पर ली है। 36 घंटे से ज्यादा समय से हम उनसे संपर्क नहीं कर पाए हैं। यदि आप थोड़ी देर के लिए मेरा अनुसरण करेंगे, तो मैं आपको विवरण डीएम कर सकूंगा। कृपया सहायता करें।
मंडी से आगे जिला कुल्लू के अलावा मनाली और लाहौल स्पीति में बिजली और मोबाइल नेटवर्क सुविधा नहीं होने से वहां गए लोगों का पंजाब और हरियाणा से संपर्क कट चुका है।
हिमाचल प्रदेश के शहरों जैसे, शिमला, मनाली, कूल्लू, लाहौल समेत आसपास के पर्यटक स्थलों पर जयपुर समेत पूरे राजस्थान से सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक गए हैं जो वहां फंस गए हैं। वहीं देश भर की बात की जाए तो देश भर से हजारों पर्यटक वहां फंसे हुए हैं।
31 लोगों की मौत : राज्य की कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सतवंत अटवाल ने बताया कि पिछले 3 दिनों में हुई भारी बारिश के कारण 31 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि लाहौल और स्पीति जिले के चंद्रताल में 250 जबकि सिस्सू में 300 और मंडी जिले के कुछ हिस्सों में 300 पर्यटक फंसे हुए हैं।
लाहौल और स्पीति जिले में चंद्रताल झील क्षेत्र में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए भेजे गए भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर को खराब मौसम के कारण वापस लौटना पड़ा।
1300 सड़कें अवरुद्ध : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और जगह जगह हुए भूस्खलन के बाद अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य में हुई तबाही का जायजा लेना शुरू कर दिया है। राज्य में बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। भूस्खलन और बाढ़ के कारण लगभग 1,300 सड़कें अवरुद्ध हो गईं जबकि 40 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
सीएम ने किया हवाई सर्वे : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के अनुसार अकेले कुल्लू के सैंज क्षेत्र में लगभग 40 दुकानें और 30 मकान बह गए। सुक्खू ने आज कसोल, मणिकरण, खीर गंगा और पुलगा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। हालांकि मंगलवार को थोड़ी बारिश हुई, जिससे अधिकारियों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की बहाली में तेजी लाने में मदद मिली।
बहाल हुआ शिमला- कालका राजमार्ग : अधिकारियों ने कहा कि शिमला-कालका राजमार्ग को एकतरफा यातायात के लिए आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। हालांकि, सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। राजमार्ग पर जाबली के पास चक्की मोड़ क्षेत्र में भूस्खलन के बाद एक जगह धंसने के कारण वाहनों का आवागमन बंद हो गया था।
अफवाहें न फैलाने की अपील : डीजीपी ने लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि हम आप तक पहुंच रहे हैं। सभी सरकारी एजेंसियां लोगों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma